मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
लखीमपुर खीरी में सदर से पिछड़े कुर्मी समाज के भाजपा विधायक योगेश वर्मा के समर्थन में शुक्रवार को विलोबी मेमोरियल हॉल मैदान में कई संगठनों के हजारों लोग जुटे। यहां पर जनसभा करने के बाद जुलूस की शक्ल में विधायक समर्थकों की भीड़ कलक्ट्रेट पहुंची। इस दौरान रास्ते भर जुलूस में शामिल भीड़ एडीएम मुर्दाबाद के नारे लगाती रही। बता दें कि अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की प्रधान शाखा में बुधवार को डेलीगेट चुनाव के लिए पर्चे बिक्री किए जा रहे थे। इसी बीच सदर विधायक योगेश वर्मा और जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह आमने-सामने आ गए। पुलिस के सामने अवधेश सिंह और उनके समर्थकों ने विधायक योगेश वर्मा को ढंग से कूटा। पिटाई का वायरस वीडियो देखने के बाद भाजपा प्रदेश महामंत्री संगठन, प्रदेश अध्यक्ष व मुख्यमंत्री के संज्ञान में आने के बाद महामंत्री गोविंद नारायण शुक्ल ने अजय सिंह समेत चार लोगों को नोटिस जारी कर दिया। हालांकि, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिटाई के वीडियो को एक्स हैंडल पर पोस्ट कर भाजपा अनुशासन की खूब चुटकी लिया। फिलहाल, सब यह मामला तूल पकड़ा गया है।
विधायक के समर्थन में शुक्रवार को कई संगठनों के हजारों लोग विलोबी हाल मैदान में जुटे। इन लोगों ने शहर कोतवाल अंबर सिंह और एडीएम संजय सिंह पर कार्रवाई की मांग की। बाद में विलोबी मैदान से निकलकर कलक्ट्रेट पहुंच गए। करीब एक घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया। पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। करीब 40 मिनट बाद मौके पर पहुंचे एसपी गणेश प्रसाद साहा ने मामले में कार्रवाई के लिए दो दिन का समय मांगा। एसपी ने कहा कि आरोपियों पर शाम तक एफआईआर हो जाएगी। अन्य कार्रवाई के लिए समय मांगा है। बता दें कि विधायक योगेश वर्मा और व्यापारी राजू अग्रवाल ने सदर कोतवाली में तहरीर दी है। विधायक के समर्थन में कई संगठनों के लोग जुटे तो शहर की यातायात व्यवस्था बिगड़ गई।
सूत्रों की मानें तो अरबन कोऑपरेटिव बैंक की चेयरमैन व अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अजय सिंह की पत्नी पुष्पा सिंह ने भाजपा के कई दिग्गज नेताओं के करीबियों को नौकरी दिए हैं। प्रदेश सरकार में सहकारिता विभाग के मंत्री जीपीएस राठौर, क्षेत्रीय अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष से कहां चूक हुई, भाजपाई अभी तक यह नहीं बता पा रहे हैं कि प्रशासन को किसने संदेश दिया कि पुष्पा सिंह को जिताने के लिए विधायक की प्रतिष्ठा को सरेआम तार-तार कर दिया गया। संगठन की त्योरी चढ़ने के बाद मंत्री जीपीएस राठौर ने चुनाव स्थगित कर दिया। ठाकुर अधिकारियों की मिलीभगत से पिछड़े समाज के विधायक की ठाकुर नेता द्वारा पिटाई से मुख्यमंत्री गंभीर हुए हैं, जिसके बाद प्रशासन की कुम्भकर्णी नींद खुली।