यूपी के आईआईटी कानपुर में पीएचडी कर रही छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। प्रबंधन की सूचना पर पहुंची पुलिस ने परिजनों की उपस्थिति में शव को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। कमरे में पांच पन्ने का सुसाइड नोट भी मिला है। इसमें किसी को भी आत्महत्या का जिम्मेदार नहीं बताया है। सुसाइड नोट में छात्रा ने जिंदगी से संतुष्ट न होने की बात लिखने के साथ ही एक लड़के का नाम व नंबर भी लिखा है। वहीं पोस्टमार्टम हाउस में मौजूद परिजनों ने मामले में आईआईटी प्रबंधन के उदासीन रवैये पर नाराजगी जताई। मूल रूप से उरई निवासी गोविंद खारया वर्तमान में सजाती फॉर्म, सनिगवां रोड चकेरी में रहते हैं। वह बिरहाना रोड के एक प्रतिष्ठित ज्वैलर्स के यहां मैनेजर के पद पर कार्यरत हैं। उनकी बेटी प्रगति खारया २७ वर्ष आईआईटी के पांच नंबर हॉस्टल के ११६ डी नंबर के कमरे में रहकर अर्थ साइंस विषय पर पीएचडी कर रही थी।