सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र के उद्योग-धंधों के साथ ही नौकरियां भी दूसरों राज्यों में भेजी जा रही हैं। इसी के साथ ही घातियों ने महाराष्ट्र की अस्मिता और स्वाभिमान को दिल्लीश्वरों के पास गिरवी रख दिया है। खुद यह सरकार भी पूरी तरह से विश्वासघात करके सत्ता में आई है। यह विश्वासघाती सरकार है इसलिए यह सभी के साथ विश्वासघात ही करेगी। इस बात को महाराष्ट्र की जनता को ध्यान में रखना होगा। इस तरह का तीखा हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व विधायक भास्कर जाधव ने किया।
दादर स्थित शिवतीर्थ पर आयोजित शिवसेना के दशहरा रैली में उमड़े विशाल जनसमुदाय को संबोधित करते हुए भास्कर जाधव ने कहा कि करीब ६० सालों से एक मैदान, एक नेता, एक झंडा और एक ही विचार यानी हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे हैं। यह सम्मेलन विश्व के इतिहास में दर्ज है। कई सालों से इस सम्मेलन में हम साक्षीदार के रूप में बैठते आ रहे हैं। इस स्थान पर छत्रपति शिवाजी महाराज का हिंदुत्व माननेवाले, वंदनीय बालासाहेब ठाकरे के विचारों पर श्रद्धा रखने वाले और आदरणीय उद्धव साहेब ठाकरे के नेतृत्व पर नितांत प्रेम करनेवाला हिंदुत्व केवल शिवतीर्थ पर है, अन्य कहीं पर नहीं है। उन्होंने घाती सरकार पर हमला करते हुए कहा कि इस सरकार के ढाई वर्षों के कार्यकाल में जमकर भ्रष्टाचार और घोटाले हुए हैं। इस शासन में राज्य में कानून-सुव्यवस्था की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। यहां के उद्योग-धंधों को दूसरे राज्यों में ले जाया जा रहा है।
कर्ज में डूब चुका है राज्य
भास्कर जाधव ने सवाल पूछते हुए कहा कि मराठा आरक्षण का क्या हुआ। छत्रपति शिवाजी महाराज के सामने झुककर कहा था कि हम कोर्ट में टिकनेवाला आरक्षण रखेंगे। दो दिनों में चुनाव की घोषणा हो सकती है। ऐसे में ये इसे कब घोषित करेंगे। इसी के साथ ही मराठा आरक्षण कोर्ट में न्याय की कसौटी पर कब उतरेगी। जाधव ने कहा कि भुजबल ने जाति-जाति को लड़ाने का काम किया। आदिवासी विधायक व उपसभापति नरहरि झिरवल को आत्महत्या की कोशिश करनी पड़ती है। इसका सीधा मतलब है कि सत्तादल में शामिल लोगों को भी सरकार पर भरोसा नहीं रहा है। उन्होंने कहा कि महिला बचत गुट, आंगनवाड़ी सेविकाएं, सहायिकाएं और आशा वर्करों को हड़ताल करना पड़ रहा है। सरकार नई-नई घोषणाएं कर रही है, लेकिन सभी को पता है कि यह लुटेरी सरकार है। आज स्थिति ऐसी है कि राज्य कर्ज में डूब चुका है।