एक बार फिर उत्तर प्रदेश में `माता’ का अपमान देखने को मिला। यूपी के गोंडा के बाद कौशांबी में भी माता दुर्गा मूर्ति विसर्जन पर पत्थरबाजी हुई। बता दें कि गोंडा में मां दुर्गा के मूर्ति विसर्जन पर तकिया मस्जिद के पास मुस्लिम बहुल मोहल्ले घोसियाना से पत्थर फेंके जाने की घटना के बाद वहां तनाव पैâल गया। इस दौरान सब्जियों के ठेले पलट दिए गए और नारेबाजी हुई। मौके पर अतिरिक्त पुलिस बल ने पहुंचकर मोर्चा संभाला। थोड़ी देर की नोक झोंक के बाद मूर्तियों को कड़ी सुरक्षा में विसर्जित करवाया गया। वहीं दूसरी ओर कौशांबी जिले के थानाक्षेत्र मंझनपुर से भी एक घटना सामने आई। एक शख्स ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है। शिकायत में शख्स ने बताया कि हर वर्ष की तरह इस बार भी वो मां दुर्गा की प्रतिमा का विसर्जन करने कई श्रद्धालुओं के साथ तय मार्ग से जा रहे थे, जिसमें महिला श्रद्धालु भी शामिल थीं, जो भक्तिभाव से गुलाल आदि उड़ा रहीं थीं। जैसे ही वे मंझनपुर के इमाम चौक के पास पहुंचा वहां मौजूद मुस्लिम समुदाय के कुछ लोग इमामबाड़ा चबूतरा पर गुलाल लग जाने का आरोप लगा कर विवाद करने लगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कौशांबी जिले में मां दुर्गा के मूर्ति विसर्जन पर हमला हुआ। इस हमले में महिला श्रद्धालुओं को भी निशाना बनाया गया। हमले के दौरान तलवारें लहराई गईं और पत्थरबाजी हुई। घटना में कई श्रद्धालुओं को चोटें आने की खबर है। शनिवार को हुए इस हमले का आरोप मुस्लिम समुदाय के लगभग १ दर्जन लोगों पर लगा है। मां दुर्गा की प्रतिमा को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया और एक महिला से दुष्कर्म की भी कोशिश हुई। शनिवार की शाम लगभग ७ बजे मां दुर्गा मूर्ति विसर्जन जुलूस खैरा मंदिर तालाब की तरफ जा रहा था, जिसमें सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे। आरोप है कि घोसियाना से निकलने के दौरान जुलूस में शामिल लोगों पर पत्थरबाजी हुई।