धीरेंद्र उपाध्याय / मुंबई
मुंबई मनपा और राज्य सरकार द्वारा संचालित अस्पतालों में मौजूद ब्लड बैंकों के मनमाने तरीके से किए जा रहे कामकाज उजागर हुए हैं। इससे साफ हो गया है कि ये सभी राज्य सरकार के आदेशों की लगातार अनदेखी करते आ रहे हैं। तभी पिछले छह महीनों से ई-रक्तकोष पर ब्लड के स्टॉक की जानकारी नहीं दे रहे हैं। इसके चलते मनपा के चार प्रमुख और दो उपनगरीय समेत सात, जबकि राज्य सरकार द्वारा संचालित चार सरकारी अस्पतालों में मौजूद ब्लड बैंकों पर ६३ हजार रुपए का जुर्माना लगा है। स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल के मुताबिक, मुंबई में मनपा, सरकारी और निजी अस्पतालों में मौजूद ५४ में से ३१ ब्लड बैंकों पर कुल १.२७ लाख रुपए का दंड लगाया गया है।
उल्लेखनीय है कि आरटीआई कार्यकर्ता चेतन कोठारी द्वारा सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी में स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन ने बताया है कि मुंबई में कई ब्लड बैंक डेली स्टॉक अपडेट करने से चुके हैं, जिसके चलते उन पर जुर्माना लगाया गया है। दिसंबर २०२२ से लेकर मई २०२४ तक मुंबई मनपा के छह, राज्य सरकार द्वारा संचालित पांच और १९ निजी ब्लड बैंकों समेत कुल ३१ पर कार्रवाई कर १.२७ लाख रुपए क़ा जुर्माना लगाया गया है।
बता दें कि अक्सर अस्पताल में भर्ती मरीजों के परिजनों को खून के लिए ब्लड बैंकों के धक्के खाने पड़ते हैं। उन्हें यह पता भी नहीं होता है कि जिस ब्लड बैंक में वे जा रहे हैं, वहां उन्हें खून मिलेगा भी या नहीं। इसी के मद्देनजर सरकार ने ई-रक्तकोष वेबसाइट बनाई, जिस पर सभी राज्यों के ब्लड बैंकों को रोजाना ब्लड का स्टॉक यूनिट, ग्रुप आदि की जानकारी के साथ अपलोड करनी होती है। इसका मूल उद्देश्य यह है कि जब भी मरीज को रक्त की आवश्यकता हो और अस्पताल के ब्लड बैंक में ब्लड न हो तो वह ई-रक्तकोष में जाकर सर्च कर सकते हैं कि किस ब्लड बैंक में रक्त उपलब्ध है। वे वहां फोन कर ब्लड रिजर्व करा सकते हैं और बाद में जा कर ला सकते हैं। स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल को यह सुनिश्चित करना होता है कि मुंबई समेत राज्य के सभी निजी व सरकारी ब्लड बैंक रोजाना अपना स्टॉक इस पर अपलोड करें। यदि कोई ब्लड बैंक अपना स्टॉक अपलोड नहीं करता है तो उस पर प्रतिदिन १,००० रुपए जुर्माना लगाया जाता है। ई-रक्तकोष का उद्देश पारदर्शिता है, लेकिन ब्लड बैंक से जुड़े कुछ अधिकारियों के अनुसार, कुछ ब्लड बैंकों को पारदर्शित रास नहीं आती है।
इन पर की गई जुर्माने की कार्रवाई
आरटीआई में बताया गया है कि मुंबई मनपा द्वारा संचालित केईएम पर ३,०००, नायर पर ३,०००, सायन पर १,०००, कूपर पर सबसे ज्यादा १८,०००, राजावाड़ी पर १,०००, भाभा पर ७,०००, कांदीवली शताब्दी पर ६,०००, सेंट जार्जेस पर ९,०००, जे.जे. पर १,०००, जीटी पर १,०००, कामा पर ८,०००, वाड़िया पर ६,०००, जे.जे. महानगर ब्लड बैंक पर ६,००० रुपए का जुर्माना लगाया गया है। स्टेट ब्लड ट्रांसफ्यूजन काउंसिल की तरफ से बताया गया है कि सभी पर कार्रवाई की जा रही है।