सामना संवाददाता / ठाणे
ठाणे में कुत्तों के आतंक से जहां लोग पहले से ही परेशान थे तो वहीं अब बिल्लियों का भी खौफ बढ़ता जा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच महीनों में ठाणे मनपा सीमा के भीतर करीब आठ हजार ४१६ लोगों को आवारा कुत्तों और घरेलू कुत्तों ने काटा है, दूसरी ओर पांच महीने में १ हजार ३६७ लोगों को बिल्लियां काट चुकी हैं। इसके साथ ही ५३ लोगों को बंदरों ने भी काटा है।
बता दें कि ठाणे मनपा के स्वास्थ्य विभाग ने आवारा कुत्तों के लिए नसबंदी अभियान शुरू किया था, जो पिछले तीन सालों से बंद है। मिली जानकारी के मुताबिक, शहर में हर दिन कुत्तों के काटने की घटनाएं घट रही हैं। ठाणे के आवासीय परिसरों और सड़कों पर आवारा कुत्तों की संख्या नियोजन के अभाव में बढ़ती ही जा रही है। हालांकि, आवारा कुत्तों से निपटने के लिए मनपा की ओर से कई कदम उठाए गए, लेकिन इसका कुछ फायदा होता नजर नहीं आ रहा है।
अन्य कई योजनाओं की तरह मनपा की यह योजना भी कागजों पर ही सिमटकर रह गई है। मनपा के अपर्याप्त जनशक्ति और वाहनों की कमी के कारण कुत्तों को पकड़ना मुश्किल हो गया है। वर्ष २००४ में ठाणे मनपा क्षेत्र में वर्ष २०१९ तक आठ करोड़ रुपए की लागत से ५८ हजार ५३७ आवारा कुत्तों की नसबंदी की गई थी। नसबंदी प्रक्रिया रोक दी गई थी, लेकिन पिछले एक-डेढ़ साल से एक बार फिर से नसबंदी की प्रक्रिया शुरू हो गई है। फिर भी पांच महीनों पर गौर करें तो ठाणे मनपा स्वास्थ्य विभाग ने जानकारी दी है कि आवारा कुत्तों और घरेलू कुत्तों ने ८,४१६ लोगों को काटा है, वहीं मनपा के रजिस्टर में १५२५ लोगों को पालतू कुत्तों ने भी काटा है।