मुख्यपृष्ठसमाज-संस्कृतिनागरिकों के लिए खुला मृणाल गोरे स्मृति उद्यान

नागरिकों के लिए खुला मृणाल गोरे स्मृति उद्यान

 

 रवीन्द्र मिश्रा / मुंबई

शिवसेना नेता एवं विधायक सुनील प्रभु के विकास निधि से बनाया गया मृणालताई गोरे उद्यान 13 अक्टूबर से नागरिकों के लिए खोल दिया गया है। 3000 वर्ग फिट पर बनाए गए इस आधुनिक उद्यान पर साढ़े तीन करोड़ रुपए का खर्च आया है। यह खर्च शिवसेना नेता एवं विधायक सुनील प्रभु की विकास निधि से किया गया है।

बता दें कि मुंबई की समाजवादी पार्टी के नेता मृणाल ताई गोरे गरीब तथा मध्यम वर्ग के लोगों की हित के लिए हमेशा लड़तीं रहतीं थीं। एक बार मुंबई में पानी का संकट पैदा हुआ। उस समय ताई ने बाल्टी तथा हंडा सिर पर रख कर मुंबई करों के लिए पानी की लड़ाईं लड़ी। तभी से लोग उन्हें पानीवाली बाई के नाम से जानने लगे। मृणाल गोरे ने गरीब तथा मध्यम वर्ग के लोगों को रहने के मकान की लड़ाईं लड़ी। उसमें उनकी जीत हुई। सरकार ने 62 एकड़ जमीन आवंटित किया, जहां 113 इमारतों का निर्माण किया गया। नागरी निवारा में रहनेवालों के लिए मकान तो मिल गये लेकिन वहां के बच्चों को खेलने के लिए कोई उद्यान नहीं था। न तो बुजुर्गों तथा महिलाओं के लिए कोई बैठने की उचित व्यवस्था थी और न ही युवाओं के लिए कसरत का कोई मैदान। इन सब बातों को ध्यान में रखकर नागरी निवारा फेडरेशन के सदस्य शिवसेना नेता एवं विधायक सुनील प्रभु से मिल कर आप बीती सुनाई। सुनील प्रभु ने इन्हें आश्वासन दिया कि आप लोगों के लिए शीघ्र ही एक आधुनिक उद्यान का निर्माण किया जाएगा जहां सभी के लिए हर तरह की सुविधा उपलब्ध होगी। सुनील प्रभु के प्रयास से बनाया गया यह उद्यान 13 अक्टूबर को नागरिकों के लिए खोल दिया गया।

इस अवसर पर नागरी निवारा फेडरेशन के पदाधिकारी मुकुंद सावंत, संग्राम राणे, शैलेश पेंडामकर, चंद्रकांत माने, ट्रस्टी विनायक जोशी, पूर्व उप महापौर एड सुहास वाडकर, पूर्व नगरसेवक तुलसीराम शिंदे, उप विभाग प्रमुख भाई परब, समन्वयक प्रशांत घोलप, विनिता विचारे, विधानसभा समन्वयक आशा केणी, शाखा प्रमुख संदीप जाधव, शाखा प्रमुख संपत मोरे, पद्मा राउल तथा विभाग क्रमांक 40 के सभी शिवसेना महिला पुरुष पदाधिकारी एवं शिव सैनिक  उपस्थित थे ।

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