गैलेक्सी अपार्टमेंट फायरिंग के बाद केंद्र से मांगी थी अनुमति
सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय की भूमिका संदिग्ध है। असल में सलमान खान के घर के बाहर हुई फायरिंग के मामले में गुजरात के साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से मुंबई पुलिस पूछताछ करना चाहती है। इसके लिए उसने केंद्रीय गृह मंत्रालय से अनुमति मांगी थी। मगर इस मामले में अमित शाह के गृह मंत्रालय ने अनुमति नहीं दी। अगर अनुमति मिल गई होती और मुंबई पुलिस ने मामले में कड़ी पूछताछ व जांच की होती तो शायद बाबा सिद्दीकी की जान बच सकती थी।
बता दें कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी सोशल मीडिया पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है। संभावना है कि इसी वजह से मुंबई पुलिस की एक विशेष टीम साबरमती जेल जाकर लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ कर सकती है। ऐसे में हैरानी है कि पिछले कई महीने से मुंबई क्राइम ब्रांच द्वारा लगातार बिश्नोई को हिरासत में लेने के लिए केंद्रीय गृह विभाग को पत्र लिखा जा रहा है, इसके बावजूद गृह मंत्रालय ने बिश्नोई को मुंबई पुलिस के हवाले करने में लापरवाही बरती।
बता दें कि पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मास्टरमाइंड लॉरेंस बिश्नोई के गैंग का नेटवर्क पूरे देश में फैल चुका है। इसके साथ ही अब वह महाराष्ट्र में सक्रिय हो चुका है। लॉरेंस बिश्नोई फिलहाल गुजरात के साबरमती जेल के अंडा सेल में बंद है।
लॉरेंस से पूछताछ का मामला
मुंबई पुलिस सौंप चुकी है
केंद्रीय गृह मंत्रालय को रिपोर्ट
बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का हाथ सामने आया है। सलमान खान के घर के बाहर भी लॉरेंस के शूटर्स ने ही फायरिंग की थी। अस बारे में मुंबई पुलिस लॉरेंस से पूछताछ करना चाहती है पर बार-बार के अनुरोध के बावजूद केंद्रीय गृह मंत्रालय से इसकी अनुमति नहीं मिली। इस बारे में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच गृह मंत्रालय को रिपोर्ट भी सौंप चुकी है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार के पुराने आदेश के कारण लॉरेंस बिश्नोई को किसी दूसरी जेल में स्थानांतरित करने पर रोक लगी हुई है। बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में बिश्नोई गैंग का नाम सामने आया है। सोशल मीडिया पर भी इस हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए एक पोस्ट वायरल हो रही है, जिसमें सलमान खान और दाऊद गैंग का भी जिक्र किया गया है। सूत्रों के अनुसार, हाल ही में मुंबई क्राइम ब्रांच एक अधिकारी ने केंद्रीय गृह विभाग को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें लॉरेंस बिश्नोई से पूछताछ के लिए हिरासत में लेना जरूरी होने की बात कही गई है।