राधेश्याम सिंह
उत्तर प्रदेश के रहने वाले चंदन राजकुमार विश्वकर्मा बहुत ही नेक दिल और मिलनसार व्यक्तित्व के हैं। चंदन का कहना है कि जब कोई नेक दिल इंसान सच्चे मन और कड़ी मेहनत करके अच्छा काम करता है तो भाग्य भी उसका साथ देता है। राजकुमार विश्वकर्मा ‘श्री साई समर्थ मित्र मंडल’ के अध्यक्ष हैं, जिसके माध्यम से वे पिछले कई सालों से समाज सेवा कर रहे हैं। मुंबई शहर से सटे हुए नालासोपारा में २० साल से रहनेवाले चंदन विश्वकर्मा के पिता राजकुमार विश्वकर्मा ने खुद का व्यवसाय शुरू किया। उनका व्यवसाय अच्छी तरह से चलने लगा। चंदन भी इसी व्यवसाय में आ गए। अपने व्यवसाय के साथ-साथ चंदन ने सामाजिक संगठनों से जुड़कर समाज सेवा का भी काम करना जारी रखा। ‘श्री साई समर्थ मित्र मंडल’ के माध्यम से चंदन आम लोगों की समस्याओं को अपनी समस्या समझ कर उनका निराकरण करते हैं। जो काम मनपा का है वो काम भी वे खुद के खर्चे पर करते हैं, जैसे नालियां बनवाना, पेवर ब्लॉक लगवाना, पानी, बिजली और स्ट्रीट लाइट लगवाना आदि। इसके अलावा चंदन विश्वकर्मा गरीब, बेसहारों के भरण-पोषण के लिए उनकी मदद करते हैं। जिन वृद्ध पुरुष-महिलाओं का कोई नही होता है, ऐसे लोगों को भी अन्न दान, वस्त्र दान और आर्थिक सहायता कर उनकी सहायता करते हैं। इस मंडल के माध्यम से वे जरूरतमंद स्कूली बच्चों को पुस्तकें और अन्य शैक्षणिक सामग्री वितरित करते हैं और जिस बच्चे ने पढ़ाई में टॉप किया है लेकिन आगे की पढ़ाई करने के लिए उसकी आर्थिक स्थिति कमजोर है, तो उस बच्चे की फीस भरने के साथ-साथ उसके आगे की पढ़ाई से संबंधित भी सारा खर्च उठाते हैं। चंदन विश्वकर्मा अपने मंडल के माध्यम से समय-समय पर प्रâी ब्लड चेकअप वैंâप, ब्लड डोनेशन वैंâप, प्रâी आई चेकअप, प्रâी में चश्मा वितरण वैंâप का आयोजन तो करते ही हैं साथ ही ठंडी के समय में रोड पर सोने वाले गरीब लोगों को कंबल देना, गरीबों के घर का राशन भरवा देने सहित अन्य तरीकों से लोगों की मदद करते हैं। ‘श्री साई समर्थ मित्र मंडल’ से हर जाति, धर्म के लोग जुड़े हुए हैं। हर प्रकार की समस्या का समाधान करने के लिए इस मंडल की टीम दिन-रात मेहनत कर उसका निराकरण करती है। ‘श्री साई समर्थ मित्र मंडल’ की तरफ से २७ सालों से गणपति बाप्पा की स्थापना की जा रही है।