बीते दिनों मुंबई में बाबा सिद्दीकी की हत्या हुई, जिससे पूरा देश हिल गया। कई लोग अलग-अलग नजरिए से इस घटनाक्रम को देख रहे हैं, लेकिन अधिकतर लोगों का मानना है कि इस घटना को लॉरेंस बिश्नोई ने अंजाम दिया है और वजह सलमान खान से उनकी दोस्ती थी। अब पूरे घटनाक्रम की सच्चाई क्या है, इस पर प्रशासनिक मुहर नहीं लगी, लेकिन यदि यह मान लिया जाए कि इस घटना को लॉरेंस बिश्नोई ने अंजाम दिया तो भी यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण व सुरक्षा के लिहाज से चिंताजनक है। इसके अलावा इससे एक सबसे बड़ा नुकसान यह भी हो रहा है कि कुछ युवा व छोटे-मोटे गैंगस्टर व गुंडे थे, वे सभी लॉरेंस बिश्नोई को अपना आइडियल मान रहे हैं।
इसके पीछे की वजह है कि इस घटना के बाद बहुत सारे लोग सोशल मीडिया पर लॉरेंस की प्रशंसा कर रहे हैं और युवा उसका समर्थन कर रहे हैं, जो किसी भी नजरिए से सही नहीं माना जा सकता। हम इस लेख के माध्यम से युवाओं से अपील करते हैं कि इस तरह के खूनी खेल खेलने वालों को अपना आइडियल बिल्कुल भी न मानें। दरअसल, मामला यह है कि एक गैंगस्टर ने पूरे देश में खुलेआम आतंक फैला रखा है, जिसको हमारा शासन-प्रशासन रोकने में पूर्ण रूप से विफल नजर आ रहा है, जिससे गलत विचारों के लोगों को यह लग रहा है कि जो गैंगस्टर जेल में हैं वह इतनी आसानी से अपना नेटवर्क चला रहा है और यह सब आसानी से हो रहा है। चैनल, अखबारों व सोशल मीडिया में यह बताया जा रहा है कि उसके 6 देश व भारत के 11 जिलों में 800 से ज्यादा गुर्गे सक्रिय हैं और कहीं भी किसी को भी वह मरवा सकता है। बताया यह भी जा रहा है कि गैंग के पास करोड़ों रुपए की रंगदारी आती है। इन सब बातों से एक वर्ग प्रभावित हो रहा है।
ऐसे लोगों के प्रचार पर सरकार को रोक लगानी चाहिए, चूंकि इससे केवल नकारात्मकता ही फैल रही है। इसके अलावा स्वयं भी ऐसे सोशल मीडिया यूजर्स को बचना चाहिए, जो इस तरह की सामग्री परोस रहे हैं। दरअसल, मामला यह है कि आजकल के युवाओं को इस तरह की चीज बहुत जल्दी प्रभावित करती है, क्योंकि ऐसे तत्व हैं, जो आसान राह पाकर अपना वर्चस्व कायम करना चाहते हैं और जल्दी ही प्रसिद्धी भी। लेकिन उनको यह नहीं मालूम कि इस राह में कितने कांटे हैं और न तो ऐसे लोगों का कोई जीवन होता और न ही घरवाले कभी सुरक्षित रह पाते। यदि किसी को कॉपी करना है तो ऐसे लोगों को कॉपी करें, जिससे आपका भविष्य बने।
अपनी जिंदगी की कीमत समझें, चूंकि यह मानव जीवन आसानी से नहीं मिलता। इसका हर पल व क्षण अपने भविष्य बनाने व परिवार का भविष्य संवारने में लगाएं। गैंगस्टरों की जिंदगी में किसी भी प्रकार की खुशी नहीं होती, चूंकि या तो वह आपसी रंजिश या पुलिस द्वारा एंकाउंटर में मारे जाते हैं या फिर पकडे़ जाने पर पूरी जिंदगी जेल में सड़ते हैं। ऐसी दौलत व शोहरत का क्या फायदा, जिसको आप भोग ही न पाओ।
-योगेश कुमार सोनी
वरिष्ठ पत्रकार