-बाकी गांजे को तस्करों को बेच दिया
बिहार के बोधगया में जादोपुर थाने की पुलिस ने गोलमाल किया है। पुलिस ने २.५ क्विंटल गांजा मादक पदार्थ को कूरियर वाहन से जब्त किया और मंगलपुर लाकर ७० किलोग्राम रिकवरी दिखा दी। बचे हुए गांजे को लाखों रुपए में दूसरे तस्कर से डील कर बेच दिया गया। गांजा को बरामद कर बेचने का खुलासा होने पर पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने थानेदार पिंटू यादव को सस्पेंड कर दिया।
पुलिस के अधिकारिक सूत्रों का मानना है कि इस जांच के घेरे में जादोपुर थाने के चौकीदार से लेकर पुलिस के ऑफिसर तक आएंगे। वहीं दूसरी तरफ पुलिस अधीक्षक के कड़े रुख के बाद कईयों पर कार्रवाई की तलवार लटकी हुई है। सूत्रों की मानें तो गांजा का तस्करों के साथ डील कराने के बाद थाने के दो चौकीदार हवाई जहाज से घूमने के लिए कोलकाता चले गए। इनको एयरपोर्ट पर देखा भी गया था। चौकीदारों से भी पुलिस अधीक्षक ने गहन पूछताछ किया है और गांजा की तस्करों से डील कराने से लेकर जब्ती के बारे में जानकारी ली गई है। जादोपुर में कब-कब गांजा बरामद हुआ और कितना रिकवरी दिखाया गया, इसकी भी जांच शुरू हो गई है।
एक अक्टूबर को जादोपुर थाने में गांजा बरामदगी के मामले की एफआईआर दर्ज हुई। पुलिस के अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि उसी दिन पुलिस के एक बड़े ऑफिसर थाने में पहुंचकर जांच भी किए। जादोपुर के थानेदार पर १८० किलोग्राम गांजा बेचने का आरोप है। इनमें जादोपुर थाना क्षेत्र के रहनेवाले रितिक सिंह के जरिए सासामुसा के तस्कर शोएब आलम के हाथों बेचने की बात सामने आई है। ऐसे मामले में दोनों तस्करों पर किसी तरह की कार्रवाई अब तक नहीं हो सकी है। गांजा की बरामदगी के लिए भी पुलिस ने छापेमारी की, लेकिन इसकी भनक तस्करों को पहले ही मिल गयी और समय रहते गांजा को दूसरे ठिकाने पर ले जाकर छिपा दिए। ऐसे में लोग इन तस्करों पर कार्रवाई नहीं होने पर सवाल उठा रहे हैं।