सामना संवाददाता / मुंबई
शिवसेना छोड़कर इधर-उधर जानेवाले कार्यकर्ता अब फिर से शिवसेना में आने लगे हैं। राज्य का माहौल अब बदल चुका है। जनता ने तय कर लिया है कि राज्य में फिर से महाविकास आघाड़ी को लाकर रहेंगे। इन गद्दारों को भगाए बिना चैन की सांस नहीं लेंगे इसलिए अब आराम नहीं करना है। शिवसेना की मशाल अभी से ही महाराष्ट्र के घर-घर में पहुंचाएं। इस तरह का आह्वान शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने किया है।
भारतीय जनता पार्टी के पूर्व विधायक राजन तेली, प्रदेश सचिव सुरेश बनकर समेत अजीत पवार गुट के जिलाध्यक्ष व सांगोला निर्वाचन क्षेत्र के पूर्व विधायक दीपक सालुंके पाटील ने अपने हजारों कार्यकर्ताओं समेत कल ‘मातोश्री’ निवास स्थान पर उद्धव ठाकरे की उपस्थिति में शिवसेना में प्रवेश किया। उद्धव ठाकरे ने सभी का शिवसेना में स्वागत करते हुए उनका मार्गदर्शन भी किया। दीपक सालुंके और कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए उद्धव ठाकरे ने ‘घाती’ गुट के सांगोला में विधायक शहाजी बापू पाटील पर निशाना साधा। सांगोल के विधायक ने गद्दारी की, लेकिन वहां की जनता शिवसेना के साथ है, इस तरह का विश्वास भी उद्धव ठाकरे ने व्यक्त किया। दशहरे के बाद हम पहली बार कार्यकर्ताओं के सामने आए हैं। हमने बीच में अस्पताल का चक्कर लगाया। डॉक्टरों ने कहा है कि आराम करिए, लेकिन कितना आराम करना है, इन गद्दारों को भगाए बिना चैन से नहीं बैठना है।
जुल्मशाही व तानाशाही को जला डालिए
उद्धव ठाकरे ने कहा कि इसलिए आज से ही सभी निर्वाचन क्षेत्रों में हर घर में शिवसेना की मशाल पहुंचनी चाहिए, क्योंकि गद्दार केवल गद्दार ही नहीं हैं, बल्कि धनुष बाण और मशाल में भी भ्रम पैदा करते हैं। उन्होंने उपस्थित कार्यकर्ताओं से कहा कि आपके हाथ में मशाल दी है, उसे वैâसे जलाना और किसे चटके देना है, इसे आपको ही तय करना है। इस पर कार्यकर्ताओं ने वचन दिया कि गद्दारों को हम जला डालेंगे। इसके साथ ही उन्होंने आग्रह किया कि दीपक सालुंके की उम्मीदवारी घोषित करिए। इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि लेकिन हमने अभी तक किसी की उम्मीदवारी नहीं घोषित की है। मैं केवल इतना ही कहूंगा की दीपक के हाथ में मशाल दिया है। मशाल की आंच दिखा दीजिए। इस दौरान शिवसेना नेता व सांसद संजय राऊत भी उपस्थित थे।
सुरेश बनकर के पक्ष प्रवेश के दौरान कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि सिल्लोड के लिए मशाल आपके हाथ में दी है। पिछली बार शिवसेना से चूक हो गई थी। उस चूक को सुधारने के लिए ही आपके हाथ में मशाल दी है। वहां की जुल्मशाही और तानाशाही को जलाकर खाक करने के लिए यह मशाल दी है। आप भी उद्देश्य और जुनून से भरे हुए हैं। आप सभी एक साथ आ गए हैं इसलिए जीत असंभव नहीं है, लेकिन बिल्कुल भी गाफिल में न रहें और आज से ही मशाल को घर-घर पहुंचाएं। इस दौरान मौजूद कार्यकर्ताओं ने कहा कि सत्तार को सिल्लोड की मिट्टी में गाड़ना है। इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि सिल्लोड से मुझे शिवसेना का विधायक देंगे, इस तरह का वचन दीजिए। इस पर ‘उद्धव ठाकरे आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं’ की घोषणाओं से ‘मातोश्री’ का परिसर गूंज उठा। इस दौरान विधान परिषद के विरोधी पक्षनेता अंबादास दानवे, शिवसेना नेता चंद्रकांत खैरे, संपर्कप्रमुख विनोद घोसालकर आदि उपस्थित थे। बनकर ने कहा कि गद्दार अब्दुल सत्तार ने सिल्लोड में जुल्मशाही और तानाशाही चला रखी है। उसे खत्म करने के लिए हमने शिवसेना में प्रवेश किया है।
शिवसेना से कोकण को कोई भी नहीं छीन सकता
राजन तेली के पक्षप्रवेश के बाद उद्धव ठाकरे ने पत्रकार परिषद लेकर मीडिया से संवाद साधा। उन्होंने कहा कि राजन तेली शिवसेना के पुराने कार्यकर्ता हैं। वे बीच में दिग्भ्रमित हो गए थे। अब उन्होंने फिर से घर वापसी की है। शिवसेना छोड़कर इधर-उधर गए कार्यकर्ता भी बड़ी संख्या में फिर से पक्ष में आने लगे हैं। कोकण में राजन तेली की लड़ाई किसके साथ है? इस तरह का सवाल मीडिया ने पूछा। इसका जवाब देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि उस संघर्ष को उन्हें अंतिम रूप देना है इसलिए वे शिवसेना में फिर से लौटे हैं। कोकण और शिवसेना एक जान हैं। शिवसेना को कोकण से और कोकण को शिवसेना से कोई नहीं छीन सकता है। ये आगामी चुनाव फिर से साबित करेगा।
अंतिम चरण में सीट बंटवारा
कांग्रेस के साथ मतभेद को लेकर पूछे गए सवाल का जबाव देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि जब एक से ज्यादा दल एक साथ आकर चुनाव लड़ते हैं, तब सीट बंटवारे को लेकर खींचतान होती है। लेकिन उसे टूटने तक खींचना नहीं चाहिए। इस बात का सभी दलों को ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सीट बंटवारे का मामला अगले दो से तीन दिन या कल भी पूरा हो सकता है। इस मौके पर शिवसेना नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे, शिवसेना नेता विनायक राऊत, विधायक मिलिंद नार्वेकर आदि उपस्थित थे।