– सी लिंक पर भी बढ़ सकता है शुल्क
– एक हाथ से देंगे और दूसरे हाथ से वसूलेंगे भाजपाई
सामना संवाददाता / मुंबई
‘ईडी’ सरकार ने मुंबई के सभी पांच पुराने एंट्री प्वाइंट को टोल फ्री तो कर दिया है, मगर अब इस टोल मुक्ति का खामियाजा कोस्टल रोड भुगतेगी। चर्चा है कि ‘ईडी’ सरकार के दिमाग में उपकर थोपने की योजना है। टोल के घाटे से उबरने के लिए ‘ईडी’ सरकार ने एक समिति बनाई है, जो कोस्टल रोड पर शुल्क लगाने के साथ ही सी लिंक पर उपकर लगाने का सुझाव दे सकती है। इससे भाजपाई एक हाथ से देकर दूसरे हाथ से वसूल लेंगे। सूत्रों के अनुसार, इससे सरकार की टोल माफी का पैâसला संदेह के घेरे में है।
टोल मुक्ति के साइड इफेक्ट!
वाहन चालकों को चुनावी लॉलीपॉप पड़ सकता है भारी
‘ईडी’ सरकार ने मुंबईकरों को टोल माफी का जो लॉलीपॉप दिया है, उसका साइड इफेक्ट जल्द ही सामने आ सकता है। इससे वाहन चालकों की परेशानी और भी बढ़ जाएगी। छोटे वाहनों की टोल मुक्ति से सरकार को सालाना करीब २०० करोड़ रुपए का नुकसान होगा। सूत्रों का कहना है कि इस नुकसान की पूर्ति के लिए सरकार वाहन चालकों से घुमाकर शुल्क वसूल सकती है। सरकार ने इस संबंध में एक समिति बना रखी है। माना जा रहा है कि यह समिति टोल वसूली के लिए सरकार को आड़े-तिरछे सुझाव दे सकती है।
बता दें कि मुंबईकरों को चुनावी लॉलीपॉप देने के चक्कर में ‘ईडी’ सरकार ने मुंबई के पांच एंट्री प्वांइट्स पर छोटे वाहनों को टोल फ्री कर दिया है। अगर सरकार को वाकई मुंबईकरों की चिंता होती तो यह काम वह पहले ही कर सकती थी। मुंबई के पांचों एंट्री प्वाइंट्स से प्रतिदिन सरकार को करीब १.५ करोड़ रुपए का टोल मिलता है। इसमें से करीब ५० लाख रुपए का टोल छोटे वाहनों से आता है। इस तरह सरकार को करीब २०० करोड़ रुपए का नुकसान है। सरकार का खजाना खाली है और पहले से ही भारी घाटे में चल रही सरकार के लिए मुश्किलें और बढ़नी तय है। चर्चा है कि सरकार ने इस संबंध में जो समिति बनाई है, वह कमाई के अन्य विकल्प सुझा सकती है। सूत्रों का कहना है कि अगर ये भाजपाई सरकार में वापस आए तो अभी तक फ्री चल रहे कोस्टल रोड पर भारी-भरकम टैक्स लाद सकते हैं। इसके लिए समिति से सुझाव लिया जा सकता है। इसके अलावा सरकार बांद्रा-वर्ली सी-लिंक पर भी उपकर लगाकर मोटी कमाई कर सकती है। जानकारों का मानना है कि बोरिवली-ठाणे के लिए जो ट्विन टनल बनाई जा रही है, उस पर भी भारी टोल लगाकर वसूली की जा सकती है। मुंबईकरों का भी मानना है कि यह सरकार इधर से टोल फ्री का लॉलीपॉप देकर, दूसरी तरफ से वसूली कर सकती है। है कि बोरिवली-ठाणे के लिए जो ट्विन टनल बनाई जा रही है, उस पर भी भारी टोल लगाकर वसूली की जा सकती है। मुंबईकरों का भी मानना है कि यह सरकार इधर से टोल फ्री का लॉलीपॉप देकर, दूसरी तरफ से वसूली कर सकती है।
केवल दिखावा है यह फैसला
सरकार का टोल फ्री करने का फैसला केवल दिखावा है। जो टोल हटाया गया है, उसकी भरपाई दूसरे जरूरी प्रोजेक्ट्स से की जाएगी। मुंबई जैसे बड़े शहर में एंट्री के लिए जल्द ही नए टोल लगाए जाएंगे, जिससे आम जनता पर आर्थिक बोझ और बढ़ेगा। -राहुल शर्मा, जोगेश्वरी
जनता को भ्रमित कर रहे हैं
टोल प्रâी की घोषणा से जनता को भ्रमित किया जा रहा है। सरकार एक तरफ टोल खत्म कर रही है, तो दूसरी तरफ अन्य मार्गों या प्रोजेक्ट्स में नए कर लगाने का रास्ता तलाश रही है। अंतत: ये पैसा तो जनता की जेब से ही निकलेगा। -अग्रज कुमार, मुंबई