उत्तर प्रदेश के कानपुर में ६१ करोड़ रुपए की लागत से बना पनकी धाम का ओवर ब्रिज ६१ दिन भी नहीं चल पाया। इतने कम समय में ही पुल के ज्वाइंट खुल गए। शिकायत पर स्थानीय विधायक पहुंचे और आवागमन पुल से रोक दिया गय। अब जनता को फिर वही दिक्कत होने लगी है, जो आज से १० साल पहले हुआ करती थी। आवागमन बाधित है और राज्यसेतु निगम के अधिकारी पुल बनाने वाली कंपनी को दोष दे रहे हैं। ऐसे में कई सवाल उठ रहे हैं। आश्चर्य की बात तो यह है कि भाजपा के विधायक ही अपनी सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोलते नजर आए। भाजपा विधायक ने शुक्रवार को भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। कहा, `६१ करोड़ का पुल ६० दिन भी नहीं चल रहा। उनके निरीक्षण का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। कानुपर की गोविंदनगर सीट से बीजेपी एमएलए सुरेंद्र मैथानी ने शुक्रवार को पनकी में सेतु निगम द्वारा बनाए गए पनकी पुल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि पुल तीन साल पुराना है, लेकिन हाल ही में ६१ करोड़ की लागत से मरम्मत कराया गया है, मरम्मत हुए ५२ दिन हुए हैं, लेकिन जगह-जगह सस्पेंशन पड़ गए और सरिया बाहर निकल आई हैं।
विधायक का कहना है कि इस पुल की मरम्मत के बाद आईआईटी से ही वो टेक्निकल जांच कराएंगे। अगर पुल आवागमन के लिए उचित नहीं होता है तो इसको ध्वस्त कराकर दोबारा इसका निर्माण कराया जाएगा। इतना ही नहीं नाराज हो रहे स्थानीय विधायक सुरेंद्र मैथानी ने कहा कि योगी सरकार में भ्रष्टाचार किसी भी विभाग का बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।