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भाजपा की अंदरूनी कलह से क्लीनबोल्ड होंगे केलकर…ठाणे में जलेगी जीत की मशाल!.. शिंदे गुट भी कर रहा है असहयोग

सामना संवाददाता / मुंबई

ठाणे विधानसभा में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के उम्मीदवार राजन विचारे, बीजेपी उम्मीदवार संजय केलकर और एमएनएस की अविनाश जाधव के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होगा। चूंकि केलकर को पहले से ही भाजपा के अंदरूनी नाराजगी की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि डैमेज कंट्रोल के लिए उनकी दौड़भाग जारी है, शिंदे गुट इस बात को लेकर परेशान है, क्योंकि ठाणे विधानसभा क्षेत्र महायुति में भाजपा के पास चला गया, इसलिए जहां भाजपा और शिंदे गुट केलकर के खिलाफ विद्रोह और असहयोग की स्थिति में हैं, वहीं राजन विचारे ने वफादार शिवसैनिकों की ताकत, महाविकास आघाड़ी की एकता और विश्वास एवं ठाणेकरों के दम पर कड़ी चुनौती पेश की है। इस सीट पर २०१४ और २०१९ में बीजेपी के संजय केलकर ने जीत हासिल की थी। हालांकि, बीजेपी के पदाधिकारी और कार्यकर्ता लगातार शिकायतें व्यक्त कर रहे हैं कि ठाणेकर ही नहीं, बल्कि पार्टी कार्यकर्ता जो बड़ी उम्मीदों के साथ उनके कार्यालय आते हैं, उनके काम नहीं हो रहे हैं। इसलिए विधानसभा क्षेत्र में केलकर के खिलाफ नाराजगी की तस्वीर दिखाई दे रही है। केलकर की उम्मीदवारी की घोषणा के बाद बीजेपी के पूर्व डिप्टी मेयर मिलिंद पाटणकर ने बगावत का झंडा बुलंद करते हुए उनके खिलाफ निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। इसलिए कहा जा रहा है कि पाटणकर को मनाने के लिए केलकर को वरिष्ठ नेताओं को मनाना पड़ा। भले ही पाटणकर ने अपनी तलवार म्यान में रख ली हो, लेकिन विधानसभा क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता ही कानाफूूंसी कर रहे थे कि इस बार केलकर नहीं चाहिए। इसलिए केलकर डैमेज कंट्रोल के लिए दौड़ रहे हैं।
एमएनएस के अविनाश जाधव ने २०१९ में केलकर के खिलाफ विधानसभा चुनाव लड़ा था। उस वक्त एमएनएस को २० हजार से ज्यादा वोटों से हार मिली थी। चूंकि उस वक्त शिवसेना बीजेपी के साथ गठबंधन में थी इसलिए केलकर की जीत में शिवसेना ने बड़ी भूमिका निभाई थी, लेकिन इस चुनाव में त्रिकोणीय मुकाबले में शिवसेना की मशाल खूब जलेगी, इस पर ठाणेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहे है। ठाणे निर्वाचन क्षेत्र की सीट दोबारा बीजेपी में चले जाने से शिंदे गुट के स्थायी समिति के अध्यक्ष संजय भोईर ने केलकर के खिलाफ खुला विरोध करना शुरू कर दिया है। इसलिए ठाणे में ऐसी तस्वीर बन रही है कि भाजपा की अंदरूनी नाराजगी और शिंदे गुट के छुपे असहयोग का असर केलकर के चुनाव पर पड़ेगा।
विचारे चौबीसों घंटे उपलब्ध रहते हैं
शिवसेना नगरसेवक, महापौर, विधायक और दो बार के सांसद शिवसेना उम्मीदवार राजन विचारे विकास कार्यों के दम पर इस चुनाव का सामना कर रहे हैं। विपरीत परिस्थितियों से डटकर मुकाबला कर लोकसभा में संघर्ष करने के बाद विचारे एक बार फिर नए जोश के साथ मैदान में उतरे हैं। ठाणेकरों का मानना ​​है कि राजन विचारे एक `अधिकारों वाले व्यक्ति’ हैं, जो चौबीसों घंटे आम जनता के लिए उपलब्ध रहते हैं।

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