– संजय उपाध्याय-गोपाल शेट्टी के समर्थक टकराए
सामना संवाददाता / मुंबई
बोरीवली में कल नामांकन भरने के दौरान जमकर बवाल हुआ। हालत ऐसी थी कि भाजपाइयों के बीच आपस में खूब जूतम-पैजार हुआ। असल में वहां से भाजपा ने संजय उपाध्याय को टिकट दिया है। दूसरी तरफ पूर्व भाजपा सांसद ने कल निर्दलीय पर्चा भरा। इस दौरान दोनों के समर्थकों की भारी भीड़ जमा हुई थी। दोनों गुट नारा लगाने लगे जिससे विवाद शुरू हो गया जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गया।
दो पूर्व भाजपाई सांसदों की बगावत
एक ने भरा पर्चा तो दूसरे ने कांग्रेस में किया प्रवेश
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के संदर्भ में राज्य की राजनीति में बड़े बदलाव देखे जा रहे हैं। खासकर, महायुति में बगावत के सुर तेज हो गए हैं। इस चुनाव में पहली बार भाजपा के दो पूर्व सांसदों ने बगावत की है। बोरीवली से भाजपा के पूर्व सांसद गोपाल शेट्टी ने नाराजगी जाहिर करते हुए पर्चा दाखिल कर दिया, वहीं लातूर में भाजपा प्रत्याशियों को हराने की कसम खाते हुए पूर्व सांसद सुधाकर शृंगारे ने कांग्रेस में प्रवेश किया है। दोनों ही भाजपा के पूर्व सांसद व दिग्गज नेता रहे हैं।
बता दें भाजपा में विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे में पार्टी के पुराने एवं स्थानीय कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दूसरे क्षेत्रों से नेताओं को टिकट दिया गया है, जिसे लेकर काफी विवाद हो रहा है। कई ठिकानों पर भाजपा के प्रत्याशियों को उनके ही स्थानीय नेताओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। खासकर, बोरीवली में उत्तर मुंबई से पूर्व सांसद रहे गोपाल शेट्टी ने पर्चा दाखिल किया है, जबकि भाजपा ने इंपोर्ट किए हुए हिंदी भाषी नेता संजय उपाध्याय को टिकट दिया है, जिससे स्थानीय नेताओं में काफी नाराजगी है। गोपाल शेट्टी को काफी लोगों ने समर्थन दिया है। शेट्टी का कहना है कि स्थानीय नेताओं को टिकट मिलना चाहिए। यहां लोकसभा में पीयूष गोयल को लाया गया, विधानसभा में पहले विनोद तावड़े, फिर सुनील राणे अब संजय उपाध्याय को लाकर भाजपा ने बोरीवली को धर्मशाला बना दिया है। उधर लातूर में पूर्व सांसद सुधाकर शृंगारे ने २०२४ में बीजेपी के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था, उन्हें कांग्रेस उम्मीदवार डॉ. शिवाजी कालगे से हार का सामना करना पड़ा था। इस हार की निराशा जाहिर करते हुए उन्होंने अब कांग्रेस का दामन थाम लिया है।