मुख्यपृष्ठखेलआउट ऑफ पवेलियन : मरते-मरते बच गई क्रिकेटर

आउट ऑफ पवेलियन : मरते-मरते बच गई क्रिकेटर

अमिताभ श्रीवास्तव
क्रिकेट जगत में एक और हादसा होते-होते बच गया। ऐसा कई बार हुआ है जब कोई क्रिकेटर मैदान पर चोटिल हुआ और उसकी मौत हो गई। हाल ही में एक बार फिर सबकी धड़कनें बंद हो गई थीं। शुक्र यह रहा कि हादसे ने कोई अप्रिय समाचार नहीं दिया।
दरअसल, हुआ यह कि महिला बिग बैश लीग २०२४ का पांचवां मुकाबला हाल ही में एडिलेड स्ट्राइकर्स और सिडनी सिक्सर्स के बीच नॉर्थ सिडनी ओवल में खेला गया। जहां एडिलेड की महिला विकेटकीपर खिलाड़ी ब्रिजेट पैटरसन के साथ एक बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई। यह भयानक हादसा सिडनी की बल्लेबाजी के दौरान चौथे ओवर में देखने को मिला। एडिलेड की तरफ से यह ओवर डार्सी ब्राउन डाल रही थीं। ब्राउन ने अपने इस ओवर की पांचवीं गेंद ११९ किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से ऑफ साइड में डाली। जहां गेंद गुड लेंथ पर टप्पा खाने के बाद बल्लेबाज को छकाते हुए पीछे चली गई। यहां विकेटकीपर खिलाड़ी पैटरसन ने गेंद को पकड़ने की कोशिश तो की, लेकिन गेंद असामान्य उछाल के साथ उनके माथे से जा टकराई, जिसके बाद उन्हें मैदान में ही कुछ देर तक अपने माथे को पकड़कर छटपटाते हुए देखा गया। उनके दर्द का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि आखिरकार उन्हें मैदान छोड़कर बाहर जाना पड़ा। एक समय तो मैदान पर जैसे हवाइयां उड़ने लगीं। सभी खिलाड़ी स्तब्ध हो गए थे। मगर सुकून भरी खबर यह है कि उनकी स्थिति ठीक है।
क्रिकेट के मैदान में खिलाड़ियों का चोटिल होना आम बात है, लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि अब तक १७ क्रिकेटर अपनी जान गवां चुके हैं। यहां सबसे ज्यादा इंग्लैंड की तरफ से ११ खिलाड़ियों ने अपनी जान गंवाई है। वहीं पाकिस्तान और दक्षिण अप्रâीका की तरफ से २-२ एवं ऑस्ट्रेलिया और भारत की तरफ से १-१ क्रिकेटरों की मौत हुई है। चोटिल होने से पहले बल्लेबाजी के दौरान पैटरसन के बल्ले की धमक खूब देखने को मिली थी। टीम के लिए उन्होंने ५वें क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए कुल ३२ गेंदों का सामना किया। इस बीच १३७.५० की स्ट्राइक रेट से ४४ रन बनाने में कामयाब रहीं। इस बीच उनके बल्ले से ६ चौके और एक गगनचुंबी छक्का देखने को मिला।
तैराक डर के क्यों भागे?
जैलीफिशों का हमला, पानी में मची खलबली
सब कुछ अच्छा चल रहा था, तैराकी की मैराथन रेस चल रही थी कि अचानक पानी में खलबली मच गई। सभी तैराक भागने लगे। कोई चिल्ला रहा था तो कोई बेतहाशा तैर कर किनारे आने की कोशिश में था। दरअसल, ये सब इसलिए हुआ क्योंकि दुनिया की सबसे जहरीली मछली जैलीफिश ने हमला बोल दिया था। जी हां, हवाई में तैराकी की विश्व चैंपियनशिप स्पर्धा चल रही थी। बस अचानक आयरनमैन एथलीटों पर जेलीफिश ने हमला कर दिया, जिससे वे अपनी जान बचाकर भागने लगे।
इस कठिन स्पर्धा में रविवार को सर्वश्रेष्ठ एथलीटों ने ३.८ किमी तैराकी, १८० किमी साइकिलिंग और मैराथन दौड़ में हिस्सा लिया था। लेकिन कुछ उच्च-प्रोफाइल नाम जैसे कि ऑस्ट्रेलिया के मैट बर्टन, कोना में जेलीफिश के डंक एनाफाइलैक्टिक से पीड़ित होने के कारण दौड़ से बाहर होने के लिए मजबूर हो गए। डच प्रतियोगी मेनो कूल्हास ने पांचवें स्थान पर आने के बाद पानी में उन पर हुए हमले के बारे में बताया। उन्होंने कहा, ‘मेरा दिल बहुत तेजी से धड़क रहा था और मुझे लगा कि शायद मैं मर जाऊंगा या कुछ ऐसा ही होगा। इसकी शुरुआत बहुत बुरी हुई, मुझे एक जेलीफिश ने डंक मार दिया और यह बहुत, बहुत दर्दनाक था। लेकिन आयरनमैन मानसिक रूप से मजबूत होने का खेल भी है और मुझे ऐसा ही होना था और इसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना था।’
‘मुझे लगता है कि यह मेरे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनों में से एक था, लेकिन मानसिक रूप से भी, जिस पर मुझे वास्तव में गर्व है। पहली बार हवाई में शामिल होने और शीर्ष पांच में आने के बाद मैं इससे अधिक की कल्पना भी नहीं कर सकता था।’ इस बीच, ब्रिटेन के बिली मोंगर ने दो घंटे से अधिक समय के अंतर से दोहरे अंग-भंग के लिए आयरनमैन का रिकॉर्ड तोड़कर इतिहास रच दिया।
२५ वर्षीय पूर्व रेसिंग ड्राइवर ने दौड़ १४ घंटे, २३ मिनट और ५६ सेकंड में पूरी की। उन्होंने बताया, ‘मुझे लगता है कि इतने लंबे समय तक चलने वाले कार्यक्रम में भाग लेने के लिए जिस मानसिक शक्ति की आवश्यकता होती है, वह कभी-कभी मुझे तोड़ देती थी। तैराकी के दौरान पहले १०० मीटर में मुझे जेलीफिश ने डंक मारा। इससे मेरे लिए आनेवाले दर्द का संकेत मिल गया। तब तैराकी के अंत में मुझे एक और भी बड़ी जेलीफिश ने डंक मारा। मैं भाग्यशाली था, क्योंकि कुछ लोग अगर इसके डंक से घायल हो जाते हैं, तो वे दौड़ से पूरी तरह बाहर हो जाते हैं।’

(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

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