सामना संवाददाता / मुंबई
नागपुर जिले के हिंगणा तालुका से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। वेणा नदी के किनारे करीब ८०० आधार कार्ड मिले हैं। पुलिस ने इन आधार कार्डों को जब्त कर लिया है। साथ ही इस मामले में अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ जारी है। दूसरी ओर बताया जा रहा है कि यह महायुति की महाचाल है। इस तरह का हथकंडा अपनाते हुए केवल यहीं नहीं, बल्कि अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में वोटर लिस्ट में वोटरों के नाम बढ़ाने की कोशिश कर रही है। विपक्ष पहले ही आरोप लगा चुका है कि फर्जी वोटरों को बढ़ाने का भाजपा और महायुति जोर-शोर से काम कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, नागपुर जिले के हिंगणा तालुका के वानाडोंगरी इलाके में वेणा नदी के किनारे किसी अज्ञात व्यक्ति ने ८०० आधार कार्ड फेंक दिए थे। दो दिन पहले स्थानीय नागरिकों को नदी के किनारे कई आधार कार्ड मिले थे। स्थानीय नागरिकों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। इसके बाद पुलिस ने इलाके से फेंके गए करीब ८०० आधार कार्ड जब्त कर लिए हैं। प्रारंभिक जांच के अनुसार, संभावना यह जताई गई है कि आधार कार्ड वानाडोंगरी डाकघर से वितरित न किए गए आधार कार्ड है। वानाडोंगरी के डाकघर में पिछले एक साल से बड़ी संख्या में वितरित न हुए आधार कार्ड पड़े हुए थे। पुलिस को आशंका है कि उन्हीं आधार कार्डों को किसी कर्मचारी ने बिना बांटे नदी में फेंक दिया होगा। पुलिस इस मामले में डाकघर के अधिकारियों और कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। इस पूछताछ से वास्तव में क्या पता चलेगा? यह देखना महत्वपूर्ण होगा।