सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में नरकासुर का वध हुआ। इसके बावजूद वह भटक रहा होगा, तो इस राज्य के मतदाता ही उस भटकते नरकासुर को जगह दिखा देंगे। मतपेटी से भगवान नरसिंह बाहर निकलेंगे और महाराष्ट्र के हितों की रक्षा करेंगे। इन शब्दों में शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने अप्रत्यक्ष तौर पर घाती सरकार पर जोरदार तरीके से निशाना साधा।
मीडिया से बातचीत करते हुए संजय राऊत ने कहा कि आज दिवाली का त्योहार है। लोगों को स्वाभिमान और खुशहाली दिलाने के लिए महाविकास आघाड़ी के प्रयास जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि माहौल हमारे पक्ष में है और कोई कुछ भी कहे, अगली दिवाली पर इस राज्य में महाविकास आघाड़ी की सरकार होगी। आप जनता के जीवन में दोगुनी से भी ज्यादा खुशियां देखेंगे। उन्होंने आगे कहा कि एकनाथ शिंदे २६ नवंबर के बाद मुख्यमंत्री नहीं रहेंगे। राजनीति में भी नहीं रहेंगे। भारतीय जनता पार्टी का जन्म छल और षड्यंत्र से हुआ है। उनकी नीति अपने सहयोगियों और मददगारों का गला काटना है। चाहे वह शिवसेना हो या नकली शिवसेना, अजीत पवार हों अथवा देश भर में उनकी अन्य सरकारें हों। कुछ दिनों बाद चंद्रबाबू नायडू और नीतीश कुमार भी धरती पर पड़े हुए नजर आएंगे।
फडणवीस-शाह की मदद करना
महाराष्ट्र की जनता की भावनाओं का अपमान है
मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने एक कार्यक्रम में बयान दिया कि महायुति की सरकार आएगी और मनसे की मदद से भाजपा का मुख्यमंत्री बनेगा। इस पर पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए संजय राऊत ने कहा कि देवेंद्र फडणवीस या अमित शाह की मदद करना महाराष्ट्र की जनता की भावनाओं का अपमान है। पिछले कुछ समय से मोदी, शाह, फडणवीस महाराष्ट्र में जो राजनीति कर रहे हैं वह महाराष्ट्र और भूमिपुत्रों के हित में नहीं है। फिर भी अगर भूमिपुत्रों के हित के लिए बनी पार्टी का मुखिया कह रहा है कि हम फडणवीस को मुख्यमंत्री बनाएंगे, तो यह वैâसा दबाव है? ईडी, सीबीआई या कुछ और? इस तरह के सवाल संजय राऊत ने पूछे।
महाराष्ट्र के दुश्मन लगने लगे हैं तारणहार
संजय राऊत ने कहा कि एक समय राज ठाकरे कहते थे कि मोदी, शाह को कभी महाराष्ट्र में पैर मत रखने दीजिए। वे महाराष्ट्र के दुश्मन हैं। अब ऐसा क्या हुआ है कि पिछले एक महीने में महाराष्ट्र के दुश्मन उन्हें तारणहार लगने लगे हैं। हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे ने महाराष्ट्र के हितों को सबसे ऊपर रखते हुए देखा और फिर राजनीति में कदम रखा। महाराष्ट्र के खिलाफ दो लोग चाल चलते आ रहे हैं, उनके साथ हाथ मिलाना महाराष्ट्र के लिए मरनेवाले १०६ शहीदों की शहादत को कलंकित करने जैसा है। संजय राऊत ने कहा कि राज्य की जनता खुली आंखों से सबकुछ देख रही है और नरसिंह वास्तविक मतपेटी से निकलेंगे और महाराष्ट्र के हितों की रक्षा करेंगे।