मुख्यपृष्ठनए समाचारबिहार प्रशासन की अजब लापरवाही... आगे नाला, पीछे खेत... गड्ढे में यात्री...

बिहार प्रशासन की अजब लापरवाही… आगे नाला, पीछे खेत… गड्ढे में यात्री शेड!.. निर्माण में मापदंडों की हुई अनदेखी

बिहार में कुछ दिन पहले आपने खेत के बीच एक पुल बनने की खबर पढ़ी होगी। उसकी चर्चा पूरे देश में हुई थी। रोहतास में एक यात्री शेड की चर्चा हो रही है, जो सड़क किनारे नहीं बल्की सड़क से पांच फिट नीचे गड्ढे में बना हुआ है। ये शेड रोहतास जिले के करगहर क्षेत्र के फकली गांव के पास बनाया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, करगहर दक्षिणी की जिला पार्षद पूनम देवी ने फकली मोड़ के पास इस यात्री शेड का निर्माण कराया है, लेकिन यह शेड सड़क किनारे न बनकर नहर से खेतों तक जाने वाले रास्ते के बीच बना दिया गया है। यह यात्री शेड सड़क से लगभग पांच फीट नीचे गड्ढे में स्थित है, जिससे यात्री यहां आसानी से पहुंच भी नहीं सकते हैं। इस शेड के चारों ओर नहर का पानी बहता रहता है।
इसे लगभग ५ लाख रुपए की लागत से बनाया गया है, लेकिन इसके उपयोग को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। आमतौर पर यात्री शेड का निर्माण सड़क किनारे होता है, ताकि यात्रियों को आसानी से आराम करने का स्थान मिल सके, लेकिन यहां इस निर्माण में सभी मापदंडों की अनदेखी की गई है। एक स्थानीय निवासी ने इस पर सवाल उठाते हुए इसे सरकारी धन का दुरुपयोग बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे यात्री शेड बनाने का क्या फायदा, जो नहर के बीच में स्थित है और लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। लोग इसमें जाएंगे वैâसे। यह सरकारी पैसे की बर्बादी है।
इस मामले में जिला पार्षद पूनम कुमारी का कहना है कि आस-पास सरकारी जमीन नहीं होने के कारण नहर के चवर पर यात्री शेड बनाया गया। उन्होंने कहा कि यात्री शेड तक पहुंचने के लिए बीच में पुलिया बनाने की योजना थी, जिससे यात्रियों को आने-जाने में सुविधा हो सके, लेकिन किसी कारणवश यह कार्य लंबित है। यह योजना २०२२ में स्वीकृत हुई थी और इसे २०२३ में पूरा होना चाहिए था। हाल ही में इसे रंग-रोगन कर तैयार किया गया है, लेकिन यात्री शेड तक पहुंचने के लिए पुलिया का निर्माण होना जरूरी है। इसे लेकर सवाल उठता है कि क्या सिविल अभियांत्रिकी विभाग इस लापरवाही के प्रति कोई कदम उठाएगा।

अन्य समाचार