सामना संवाददाता /मुंबई
इस दिवाली पर उप मुख्यमंत्री अजीत पवार अपने चाचा व एनसीपी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार से उनके गोविंदबाग स्थित निवासस्थान पर मुलाकात करने नहीं पहुंचे। यह पहली बार है जब दीपावली के अवसर पर अजीत पवार ने जान बूझकर शरद पवार से उनके निवासस्थान जाकर मुलाकात नहीं की। दरअसल हर साल दिवाली के मौके पर राष्ट्रवादी पार्टी के सभी नेता शरद पवार के गोविंदबाग निवास स्थान पर इकट्ठा होते हैं। इससे पहले अजीत पवार भी वहां पहुंचते थे, लेकिन इस बार वह अपने चाचा के निवास स्थान पर नहीं पहुंचे। हालांकि इस बारे में शरद पवार से पूछे जाने पर उन्होंने अपने भतीजे का समर्थन किया। शरद पवार ने कहा कि अजीत पवार दिवाली पर किसी काम की वजह से नहीं आ सके होंगे। उन्हें समय नहीं मिला होगा, लेकिन बाकी लोग आए थे। लेकिन इस मौके पर शरद पवार ने अजीत पवार गुट की जमकर खबर ली। उन्होंने कहा कि अब परिवर्तन का समय है। उन्होंने कहा कि हम मिलकर कुछ अलग कर सकते हैं। राज्य को सही दिशा में ले जाना है। सिर्फ राजनीति से समस्याओं का समाधान नहीं होता। इससे पहले भी राज्य में सत्ता परिवर्तन हुआ है और इसी जनता ने पहले भी विकास करने वालों के हाथों में सत्ता सौंपी है। उन्होंने कहा कि आज राज्य और देश की आर्थिक स्थिति गंभीर है। स्थिति को सुधारने के लिए प्रयास करने होंगे। एक-दो महीनों में इसका असर दिखाई देने लगेगा। राष्ट्रवादी पार्टी में फूट पड़ने के बाद से चाचा-भतीजे में मतभेद रहे हैं। ऐसे में भी शरद पवार कई मौकों पर अजीत पवार को झटका देते हुए नजर आए हैं।