मुख्यपृष्ठनए समाचारपाप का घड़ा भर गया तब आई चुनाव आयोग को लाज! ......

पाप का घड़ा भर गया तब आई चुनाव आयोग को लाज! … फडणवीस की `लाडली ताई’ को हटाया – संजय राऊत ने साधा निशाना

सामना संवाददाता / मुंबई
केंद्रीय चुनाव आयोग के दबाव के बाद राज्य सरकार ने विवादित आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला को पद से हटा दिया है। वे उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की पसंदीदा अधिकारी के रूप में काम कर रही थीं। पाप का घड़ा भर गया और चुनाव आयोग को भी लज्जा आने लगी। इसके बाद फडणवीस की लाडली ताई को हटा दिया गया। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने किया है। मीडिया से बातचीत में संजय राऊत ने कहा कि यह सरकार अवैध है और इन्होंने कई नियुक्तियां अवैध तरीके से की हैं। उन्होंने कहा कि जिस अधिकारी के खिलाफ अपराध दर्ज है, जिस अधिकारी ने विपक्षी नेताओं के फोन टैप किए, जो अधिकारी जेल जानेवाली थी, उसे सरकार बदलते ही तुरंत पुलिस महानिदेशक के पद से नवाजा गया। इसी के साथ ही उसकी मदद से कई राजनीतिक अनुचित कृत्य किए गए। हमने बार-बार कहा है कि ऐसे व्यक्ति के हाथ में महाराष्ट्र जैसे राज्य की चुनावी जिम्मेदारी नहीं होनी चाहिए। आखिरकार पाप का घड़ा भर गया और चुनाव आयोग को शर्मसार होना पड़ा। तब देवेंद्र फडणवीस की लाडली ताई को हटाया ही गया।
देर से सही समझदारीभरा लिया फैसला
संजय राऊत ने कहा कि महाराष्ट्र जैसे राज्य में पुलिस महानिदेशक का पद बहुत प्रतिष्ठित होता है। महाराष्ट्र एक बड़ा राज्य है और यदि गृह मंत्री को यह पता नहीं है कि उस पद पर किसे बिठाया जाना चाहिए, तो उन्हें प्रशासन, शासन और नैतिकता का ज्ञान नहीं है। हम चुनाव आयोग के आभारी हैं कि उन्होंने देर से ही सही, समझदारी भरा पैâसला लिया है। ऐसे में अब हमें सावधानीपूर्वक कदम उठाना चाहिए। साथ ही सावधान रहना चाहिए कि चुनाव के दौरान संघ और भाजपा के एजेंडे को न चलाया जाए। उन्होंने आगे कहा कि चुनाव आयोग को यह दिखाने के लिए कुछ चीजें करनी होंगी कि वह निष्पक्ष है। विपक्ष की शिकायत के बाद झारखंड के पुलिस महानिदेशक का तबादला कर दिया गया, क्योंकि वहां भाजपा सत्ता में नहीं है, बल्कि हेमंत सोरेन और कांग्रेस की सत्ता है। भाजपा वहां विपक्ष में है और वहां शिकायत के बाद २४ घंटे के अंदर पुलिस महानिदेशक बदल दिया जाता है। लेकिन यहां हम पिछले चार महीने से शिकायत कर रहे हैं, पर उस पर कोई कार्रवाई नहीं होती।
निष्पक्ष रूप से होगा चुनाव?
संजय राऊत ने कहा कि रश्मि शुक्ला को हटा दिया गया है, लेकिन यह अभी भी तय नहीं है कि चुनाव निष्पक्ष रूप से होंगे। आज भी सत्तापक्ष के लोगों द्वारा अधिकृत सरकारी गाड़ियों से पैसे बांटे जा रहे हैं। दूसरी तरफ विपक्ष की गाड़ियों और घरों पर छापे मारे जा रहे हैं। सड़कों पर आम नागरिकों को परेशान किया जा रहा है। महिलाओं के पर्स खोलकर जांच की जा रही है। चुनाव आयोग के इंस्पेक्टर चुप्पी साधे बैठे हैं। संजय राऊत ने यह भी कहा कि पुलिस व्यवस्था ठप है।

अन्य समाचार

जीवन जंग