मुख्यपृष्ठसमाज-संस्कृतित्र्यंबकेश्वर मंदिर में 56 भोग दर्शन

त्र्यंबकेश्वर मंदिर में 56 भोग दर्शन

रवीन्द्र मिश्रा  / मुंबई
मुंबई महालक्ष्मी स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर में स्थापित भगवान श्रीकृष्ण मंदिर में लाभ पंचमी के दिन 56 भोग दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। 6 नवंबर बुधवार को भगवान कृष्ण को 56 प्रकार के बने व्यंजनों का भोग लगाया गया था। मंदिर के पुजारी पंडित राजेन्द्र गौतम 56 भोग प्रसाद के विषय में बताते हैं कि इन्द्र के प्रकोप से बचाने के लिए भगवान कृष्ण ने ब्रजवासियों की रक्षा के लिए अपनी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाया था। सात दिनों के बाद इन्द्र का कोप शांत हुआ। भगवान 7 दिनों भूखे प्यासे रहे। एक दिन में 8 प्रहर होते हैं। इसलिए आठ प्रहर के हिसाब से भगवान को सात दिनों तक भूखा रहना पड़ा। उसी की याद में यह 56 भोग का प्रसाद चढ़ाया जाता है। इसका दर्शन गोवर्धन की याद दिलाता है। 56 भोग दर्शन तथा इसके प्रसाद की ग्रंथों में बहुत महिमा बताई गयी है। तुलसीदास गोकुलदास चैरिटेबल एवं धाकलेश्वर मंदिर ट्रस्ट के प्रबंधक दत्ता कोठवले के हाथों 56 भोग प्रसाद का पूजन एवं आरती की गई। पंडित हंसराज पांडेय तथा उनके सहयोगियों ने वैदिक मंत्र उच्चारण कर भगवान को नैवेद्य अर्पित किया। इस अवसर पर मंदिर प्रबंधन के कर्मचारी तथा वैष्णव भक्त भारी संख्या में उपस्थित थे।

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