सामना संवाददाता / मुंबई
कितना भी चुनाव लड़ें, कहीं तो रुकना चाहिए। राकांपा (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष शरद पवार के इस बयान के बाद उनके राजनीतिक संन्यास की चर्चा शुरू हो गई है। हालांकि, इन चर्चाओं पर टिप्पणी करते हुए शरद पवार ने कहा कि हम राजनीति से दूर नहीं रहेंगे, जब तक संभव होगा हम राजनीति और सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहेंगे।
कल एक न्यूज चैनल पर इंटरव्यू में शरद पवार से रिटायरमेंट के बारे में हो रही चर्चाओं के बारे में पूछा गया। इस पर उन्होंने कहा कि चुनाव को लेकर दिया गया उनका बयान उनके परिवार से जुड़ा है। २५-३० साल तक राजनीति करने के बाद मैं अगले २५-३० साल के लिए एक नई पीढ़ी तैयार करना चाहता था। उन्होंने कहा कि मैं अब और चुनाव नहीं लड़ूंगा। यह मेरे लिए ही था। मैंने २०१४ के बाद से चुनाव नहीं लड़ा है। मैं राज्यसभा गया। उसके बाद सुप्रिया मेरे क्षेत्र से चार बार खड़ी हुई। शरद पवार ने यह भी स्पष्ट किया कि मैंने प्रत्यक्ष चुनाव में खड़ा नहीं होने का फैसला किया है।
सामाजिक कार्य करते रहेंगे
शरद पवार ने कहा कि मेरा राज्यसभा का कार्यकाल दो साल में खत्म हो जाएगा। उसके बाद हम सोचेंगे कि आगे बढ़ना है या नहीं। चुनाव लड़ना अलग है और राजनीति में टिके रहना अलग है। मैं राजनीति और सामाजिक कार्यों से दूर नहीं रहूंगा। शरद पवार ने यह भी कहा कि जब तक संभव होगा, वे ऐसा करना जारी रखेंगे।