-घर-घर जाकर दी जा रही हैं धमकियां
-पुलिस स्टेशन तक पहुंचा मामला
चंद्रकांत दुबे / भायंदर
मीरा-भायंदर विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है, वैसे-वैसे यहां का चुनावी पारा चढ़ने लगा है। एक दूसरे पर गंदे कमेंट्स और आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। वैसे यहां त्रिकोणीय मुकाबला है, जहां एमवीए से मुजफ्फर हुसैन, निर्दलीय उम्मीदवार गीता जैन और भाजपा से नरेंद्र मेहता के बीच लड़ाई है। इस चुनाव में शासन-प्रशासन का दुरुपयोग भाजपा के द्वारा किए जाने का आरोप लग रहा है। नरेंद्र मेहता पर सरेआम गुंडागर्दी करने की बात गीता जैन कर रही हैं। पुलिस प्रशासन भी भाजपा के हाथ की कठपुतली बनकर उनके इशारे पर काम कर रहा है, ऐसा जैन का कहना है।
एक प्रेसवार्ता के दौरान गीता जैन ने बताया कि सोमवार को सुबह १० बजे के आस-पास उनके सहयोगी हर्ष जैन को चार से पांच लोग जबरन गाड़ी में डालकर उठा ले गए, जैसा कि सीसीटीवी में देखा गया। उन्होंने तत्काल डीसीपी को फोन किया तो पता चला कि उस लड़के को पुलिस पकड़ कर ले गई है। जैन ने कहा कि उनके सहयोगी को ऐसे ले गये जैसे वह बहुत बड़ा क्रिमिनल है। पुलिस स्टेशन जाने पर पता चला कि उसने कोई आपत्तिजनक वीडियो नरेंद्र मेहता के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। जैन वहीं पुलिस स्टेशन के सामने ही धरने पर बैठ गईं। उनका कहना था कि सोशल मीडिया पर बहुत सारे विडियो हैं, जिसने उसे बनाया उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और एक विडियो शेयर करने पर उनके सहयोगी को तुरंत पुलिस वाले उठा ले गए। पुलिस भाजपा के हाथ की कठपुतली बनी हुई है और उसके इशारे पर काम कर रही है तथा उनके कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया जा रहा है।
भावुक हुईं गीता जैन
पत्रकारों से बात करते हुए गीता जैन का दर्द छलक आया और वे रोने लगींr। उनका कहना था कि जहां एक ओर मेहता के गुंडे घर-घर जाकर उनके कार्यकर्ताओं को डरा धमका रहे हैं, वहीं पुलिस भी भाजपा के इशारे पर उनके कार्यकर्ताओं के साथ ज्यादती कर रही है। महिला होने के नाते उन्हें कमजोर समझा जा रहा है।
चुनाव प्रचार में उतरे भाजपा के दिग्गज नेता
जैन का कहना है कि यहां की जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता खोने वाले नरेंद्र मेहता को अब हार का डर सता रहा है। यहां स्मृति ईरानी, पीयूष गोयल के अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी बुलाया गया है। भाजपा को यह सीट हाथ से निकलती दिख रही है, इसलिए यहां बड़े-बड़े नेता चुनाव प्रचार के लिए आ रहे हैं।
निर्दलियों को धमकाने पर उतरी भाजपा
कल्याण-पूर्व विधानसभा क्षेत्र में चुनाव प्रचार के दौरान पैम्फलेट बांटने को लेकर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने निर्दलीय उम्मीदवार के समर्थकों से झगड़ा कर लिया। यह विवाद शिंदे गुट से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे महेश गायकवाड और महायुति गठबंधन से बीजेपी की उम्मीदवार सुलभा गणपत गायकवाड के समर्थकों के बीच हुआ। सूत्रों के अनुसार, दोनों दलों के समर्थक एक-दूसरे के प्रचार क्षेत्र में पैम्फलेट बांटने के मुद्दे पर भिड़ गए, जिसके चलते धक्का-मुक्की के साथ हाथापाई भी हुई। तो वहीं हिंदी भाषी समाज द्वारा आयोजित दीपावली स्नेह मिलन समारोह में भाजपा के नेता संदीप सिंह का नाम निमंत्रण पत्र में शामिल किया गया, लेकिन उन्होंने अपने फेसबुक पर पोस्ट डालते हुए इस कार्यक्रम से दूरी बना ली। भाजपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष संदीप सिंह ने साफ शब्दों में लिखा कि मेरा इस कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं है। मैं इस कार्यक्रम का हिस्सा नहीं हूं। संदीप सिंह के इस बयान ने भाजपा और हिंदी भाषी समाज के बीच एक नई बहस को जन्म दे दिया है।