सामना संवाददाता / मुंबई
चुनाव प्रचार में आने पर अधिकारी हमारे बैगों की जांच करते हैं। इस तरह तो सभी के बैगों की जांच करनी चाहिए। फिर चाहे वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हों, अमित शाह हों, दाढ़ी वाला ‘घाती’, देवेंद्र फडणवीस हों अथवा गुलाबी जैकेट वाले अजीत पवार हों। प्रचार के लिए आ रहे हैं तो उनके बैगों की भी जांच चुनाव अयोग के अधिकारियों को करनी चाहिए, वर्ना शिवसैनिक और महाविकास आघाड़ी के कार्यकर्ता उनकी जांच करेंगे। इस तरह का जोरदार हमला चुनाव आयोग पर करते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि खुले माहौल में चुनाव होने दें।
नासिक के वणी में महाविकास आघाड़ी के प्रत्याशी संजय दरेकर के प्रचारार्थ कल उद्धव ठाकरे हेलिकॉप्टर से पहुंचे थे। इस दौरान चुनाव आयोग के अधिकारियों ने उनके हेलिकॉप्टर में रखे सामान की गहनता से जांच की। इस दौरान उन्होंने सवाल किया कि क्या मोदी-शाह, घातियों, फडणवीस, अजीत पवार के बैगों की जांच करते हो? उन्होंने कहा कि चुनाव अधिकारियों को सख्त ताकीद किया है कि कल मोदी-शाह के बैगों की जांच करते हुए वीडियो मुझे भेजो। इस बीच उद्धव ठाकरे ने हेलिकॉप्टर में रखे बैगों की जांच करने वाले अधिकारियों से कहा कि जो खोलना है खोल लें, बाद में मैं भी खोलूंगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की जांच करते हुए वीडियो निकालकर उद्धव ठाकरे ने उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है।
जांच करनेवाले की पहले करो जांच!
उद्धव ठाकरे का जोरदार हमला
आपको यदि कोई जांच के लिए रोकता है, तो वह अधिकारी कहां काम कर रहा है, पहले उसकी जांच करें। उसके पहचान पत्र की जांच करें। वह कहां नौकरी कर रहा है, उसका अपॉइंटमेंट लेटर जांचें। आपकी जेबें जांचते हैं तो ऐसे अधिकारियों की भी जेबों को खंगाले। मतदाताओं का वह मूलभूत अधिकार है। उक्त बातें शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहीं।
शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे की कल नासिक के वणी और जलगांव में दमदार प्रचार सभाएं हुर्इं। इस दौरान विशाल जनसमुदाय उमड़ पड़ा। सभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमारे बैगों की जांच करने का अधिकार जिस तरह से अधिकारियों को है, वैसे ही प्रचार में जो कोई भी आएगा, उनके बैगों की जांच करने का अधिकार मतदाताओं के पास भी है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि अधिकारियों पर गुस्सा नहीं हूं। उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय से सवाल किया कि आप जैसे अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हो, वैसे ही मैं अपना कर रहा हूं। मोदी-शाह के बैगों की जांच की क्या? क्या उनकी जांच नहीं करनी चाहिए? दाढ़ी वाले ‘घाती’ की जांच करनी चाहिए। आपका… कौन?…तरबूज। उसके बैग को क्या जांचना नहीं चाहिए था? इसके जवाब में जनता के बीच से ‘हां’ की आवाज गूंजी। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में हेलिकॉप्टर से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कई बैग लेकर घूम रहे थे, लेकिन उनके बैगों की जांच नहीं की जा रही थी।
…तो अडानी का बर्तन घिसे महाराष्ट्र
उद्धव ठाकरे ने कहा कि अडानी नामक राक्षस मुंबई तक सीमित नहीं है। मोदी सरकार ने चंद्रपुर स्कूल, देश के एयरपोर्ट अडानी को दे दिया है। वाढवन बंदरगाह भी दिखने के लिए जेएनपीटी के पास है, लेकिन वो अडानी के पास जाएगा। बिजली परियोजना भी अडानी को दी गई। उसका करार भी हो गया है, लेकिन बिजली परियोजना को भी गुजरात ले जाया गया इसलिए गुजरात में जमीन की कीमतें बढ़ गईं। गुजरात के लोगों को नौकरियां मिलीं फिर महाराष्ट्र को क्या केवल उनके बर्तन घिसना है?
मोदी ने लूटे बहनों के घरों के धन
उद्धव ठाकरे ने लाडली बहन योजना का ढिंढोरा पीटनेवाले प्रधानमंत्री मोदी पर भी निशाना साधा। नोटबंदी का जिक्र करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि कई गृहिणियों ने घरों के लिए पैसे संभालकर रखा था। मोदी ने कहा कि विदेश से पैसा लाएंगे, लेकिन उन्होंने हमारी बहनों के घरों से ही धन लूट लिए। नोटबंदी करके उनके पैसों को शून्य कर दिया।
फिर प्रधानमंत्री करें महाविकास आघाड़ी का प्रचार
उद्धव ठाकरे ने कहा कि लोकतंत्र में न कोई बड़ा और न कोई छोटा है। प्रधानमंत्री केवल भाजपा के नहीं, बल्कि पूरे देश के हैं। उन्होंने यह शपथ ली है कि वे सभी के साथ एक समान व्यवहार करेंगे। उन्हें किसी की पसंद-नापसंद का अधिकार ही नहीं है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि इसलिए उन्हें महाविकास आघाड़ी का प्रचार करने के लिए आगे आना चाहिए। प्रधानमंत्री आ रहे हैं, लेकिन वे वायु सेना के विमान से घूम रहे हैं, जो अपराध है। भाजपा का संविधान बदलने का मंसूबा है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि कश्मीर में धारा ३७० का महाराष्ट्र के किसानों से कोई संबंध नहीं है। धारा ३७० किसानों को सोयाबीन का उचित मूल्य नहीं दे सकती है।