झूठ पर झूठ

सूचना के इस अंधेरे में
झूठ पर झूठ, सरियाते हुए
उसने कहा यह लो
महाझूठ इससे ढंक दो
सत्य को सदा-सदा के लिए।
और फैला दो एक और झूठ
यही सत्य है, बाकी सब झूठ।
लोग आएंगे देखेंगे और कहेंगे
हमने देखा अपनी आंख से देखा
प्रत्यक्ष देखा यही सत्य है निर्विवाद।
हम सुनेंगे और कहेंगे
जो उसने कहा वही सत्य है
बाकी झूठ।
इस तरह हम स्थापित कर देंगे
झूठ को सत्य में बदलकर।
और लिख देंगे इतिहास झूठ का
जिसे पढ़ेंगी पीढ़ियां सत्य मानकर।।

बनावटी विद्वत्ता

बनावटी विद्वत्ता वह भस्मासुर है
जो मानव को पीछे ढकेलते हुए
दौड़ा रहा है समय को।
और बेतहासा भाग रहा है
भयानक गलती की ओर।
जहाँ कोई नहीं है
रोकने वाला उसके वेग को।
शुभ लाभ से गुजरते हुए
हश्र पर ध्यान रहे।
मानव का सम्मान रहे
इतना ज्ञान रहे बस।।
-अन्वेषी

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