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पुराने पन्ने : तिहाड़ की सलाखें… खौफ में दिंरदा!

श्रीकिशोर शाही मुंबई

पिछले कुछ समय से लॉरेंस बिश्नोई गैंग अचानक से सुर्खियों में छाया हुआ है। पहले सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग और फिर बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद लॉरेंस का खौफ जबरदस्त तरीके छा गया है। सांसद पप्पू यादव ने लॉरेंस पर टिप्पणी तो की, लेकिन बाद में वे भी ठंडे पड़ गए। अब दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद श्रद्धा वाल्कर हत्याकांड के आफताब पूनावाला की सांसें तेज हो गई हैं। इसकी वजह है कि जेल में बंद लॉरेंस के गुर्गे आफताब पर नजरें रख रहे हैं। इस बात का खुलासा बाबा हत्याकांड में पकड़े गए शूटर शिवकुमार ने किया है। अब कहीं आफताब का वहां गेम न हो जाए, इस कारण तिहाड़ प्रशासन ने आफताब की सुरक्षा कड़ी कर दी है। मगर जिस तरह लॉरेंस का टेरर पैâल रहा है, उससे कब क्या हो जाए कहा नहीं जा सकता।
श्रद्धा वाल्कर कांड मई २०२२ में सामने आया था। दिल्ली पुलिस ने २६ वर्षीय श्रद्धा वाल्कर के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज की और जांच के दौरान जब इस कांड की परतें खुलती गर्इं तो हर कोई हैरान रह गया। श्रद्धा के प्रेमी आफताब पूनावाला ने बड़ी ही क्रूरतापूर्वक उसकी हत्या कर दी थी।
श्रद्धा पालघर की रहने वाली थी और दिल्ली में अपने प्रेमी आफताब के साथ लिव इन में रह रही थी। एक डेटिंग ऐप पर उसकी मुलाकात पूनावाला से हुई थी। श्रद्धा, आफताब पर शादी का दबाव डाल रही थी, जिससे परेशान होकर आफताब ने उसकी हत्या की खौफनाक साजिश रच डाली। दोनों के रिश्ते लगातार खराब हो रहे थे। आफताब उसे मारने-पीटने लगा था। श्रद्धा उसकी हरकतों से तंग आ गई थी। इसी बीच डेटिंग ऐप के जरिए वो एक दूसरे लड़के के संपर्क में आ गई। १७ मई २०२२ को श्रद्धा पहली बार नए दोस्त से मिलने के लिए गुरुग्राम गई थी। इसके बाद शाम तक घर नहीं लौटी तो आफताब भड़क गया। अगले दिन १८ मई २०२२ की शाम दोनों में झगड़ा होने लगा, फिर आफताब ने उसे नीचे पटक दिया और उसकी छाती पर बैठकर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। रात को उसने तेज धार वाले चाकू से फ्लैट के बाथरूम में लाश के ३५ टुकड़े कर दिए। इसके बाद एक-एक कर लाश के पैकेट को ३-४ दिनों में जंगल में ले जाकर फेंक दिया। इसके बाद साजिश के तहत आफताब श्रद्धा वाल्कर के मोबाइल फोन को चलाने लगा। एक दिन श्रद्धा के एक दोस्त ने उसके भाई को कॉल करके बताया कि वो पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं है, ऐसे में उसे उसकी चिंता हो रही है। इसके बाद श्रद्धा के पिता ने स्थानीय थाने में बेटी की तलाश की गुजारिश की। फिर दिल्ली पुलिस को सूचना दी गई। दिल्ली पुलिस ने जब आफताब को गिरफ्तार किया तो इस खौफनाक हत्याकांड की कहानी सामने आई। दिल्ली पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की, तो आफताब पूनावाला ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया। इसके बाद पुलिस ने श्रद्धा की लाश के कुछ टुकड़े बरामद कर लिए। गत मई में दिल्ली पुलिस ने इस केस में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की थी।

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