सामना संवाददाता / मुंबई
महाविकास आघाड़ी सरकार में शुरू की गई मुंबई मनपा कोस्टल सड़क परियोजना का ९३ प्रतिशत तक काम पूरा हो चुका है। सूत्रों की मानें तो अगले दो महीनों में यानी जनवरी के मध्य तक वर्ली से बांद्रा तक दक्षिण से उत्तर की ओर जाने वाला यातायात भी यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। खास बात यह है कि आधे घंटे का ये सफर १२ मिनट में तय किया जा सकता है। वर्तमान में इस कोस्टल रोड से वर्ली से वर्ली-बांद्रा सी लिंक के माध्यम से वर्ली तक पहुंचा जा सकता है। शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे की संकल्पना और मुंबई मनपा के माध्यम से बनाए जा रहे ‘धर्मवीर स्वराज्य रक्षक छत्रपति संभाजी महाराज’ कोस्टल रोड का काम वर्तमान में अंतिम चरण में है और ९३ प्रतिशत काम पूरा हो चुका है, जबकि ७ प्रतिशत काम पूरा करने में अभी दो महीने और लग जाएंगे।
गौरतलब है कि मुंबई में ट्रैफिक जाम से निजात पाने के लिए शुरू कई परियोजनाओं में पुलों, भूमिगत सड़कों का निर्माण किया जा रहा है, कोस्टल रोड परियोजना भी इसी का एक हिस्सा है। वर्ली-बांद्रा सी-लिंक कोस्टल रोड परियोजना का पहला चरण १२ सितंबर, २०२४ को यात्रियों की सेवा में शुरू किया गया था, जबकि बांद्रा से वर्ली तक दूसरा चरण जनवरी के मध्य तक यात्री सेवा में शुरू किया जाएगा, ऐसा मनपा ने आश्वासन दिया है। वहीं दक्षिण मुंबई में मरीन ड्राइव से वर्ली के बीच दूसरी सुरंग वर्ली की तरफ जाने वाली लेन को ११ जून २०२४ को यातायात के लिए खोल दिया गया था, जबकि दूसरी सुरंग की दूसरी लेन को ११ जुलाई से यातायात के लिए शुरू किया गया था।
ईंधन और समय की बचत
कोस्टल रोड के बन जाने से मुंबई में ट्रैफिक जाम को न केवल कम करने में मदद मिलेगी बल्कि ७० प्रतिशत समय और ३४ प्रतिशत र्इंधन की भी बचत होगी, साथ ही ध्वनि प्रदूषण और वायु प्रदूषण भी कम होगा।