राजस्थान के चुरू में ग्रामीणों ने अपनी दुर्दशा का समाधान करने के लिए अपने खून से एक पत्र लिखा है। अधिकारियों का ध्यान आकर्षित करने के लिए उन्होंने ऐसा किया। सड़क मरम्मत की मांग को लेकर राजस्थान के ग्रामीणों ने खून से पत्र लिखा है। एक ग्रामीण ने कहा कि कई नेताओं से इस बात की गुहार लगाई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ग्रामीणों में से एक ने अपनी हताशा को जाहिर करते हुए कहा कि हमने खून से पत्र लिखा ताकि प्रशासन हमारी पीड़ा, हमारे दर्द को समझ सके और महसूस कर सके। पिछले १९ महीनों से, राजस्थान के धीरासर, जसासर, नाकरासर और रामदेवरा के निवासियों को क्षतिग्रस्त सड़क के कारण कठिनाई का सामना करना पड़ा है। कई टूटे-फूटे हिस्सों से भरी इस सड़क के कारण लगातार दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है।
एक ग्रामीण संदीप पांडिया ने स्थिति की गंभीरता पर जोर देते हुए बताया कि गांव धीरासर से चूरू की दूरी ३५ किलोमीटर है, लेकिन हमें ३५ किलोमीटर की दूरी तय करने में १ घंटे से ज्यादा समय लगता है। इस सड़क का निर्माण १९ महीने पहले शुरू हुआ था लेकिन ठेकेदार ने सड़क को आधा-अधूरा बनाकर छोड़ दिया। जिससे ग्रामीण काफी परेशान हैं। यहां से गुजरने वाले वाहन क्षतिग्रस्त हो जाते हैं और समय भी अधिक लगता है। आगे कहा कि ऐसे में हमारी ओर से कई बार प्रशासन को अवगत कराया गया लेकिन प्रशासन ने आज तक हमारी समस्या का समाधान नहीं किया।