दुनिया का हर पिता बेटे को खुद से ज्यादा सफल होते देखना चाहता है और इसके लिए वह कुछ भी कर सकता है। ताजा मामला ये है कि वीरेंद्र सहवाग ने बेटे आर्यवीर के २९७ रन बनाकर आउट होने पर कहा कि २३ रन और बना लेते तो फरारी मिल जाती। इस बात का क्या मतलब है? दरअसल, कूचबिहार ट्रॉफी में दिल्ली और मेघालय के बीच खेले जा रहे मैच में आर्यवीर ने धुआंधार २९७ रन बनाए। आर्यवीर ने ३०९ गेंदों पर ५१ चौके और तीन छक्के लगाए। लेकिन इन २३ रनों के पीछे का सीक्रेट क्या है, वो हम बताते हैं। दरअसल, वीरेंद्र सहवाग का टेस्ट क्रिकेट में हाइएस्ट स्कोर ३१९ रनों का है और लगता है कि सहवाग ने बेटे से वादा किया होगा कि अगर वह इससे ज्यादा रन बनाएंगे तो उन्हें फरारी मिलेगी, लेकिन ऐसा हो न सका। बहरहाल, वीरेंद्र ने बेटे की तारीफ में ‘एक्स’ पर लिखा, ‘बढ़िया खेले आर्यवीर, लेकिन २३ रनों से तुमने फरारी मिस कर दी। लेकिन अपने अंदर की आग को जलाए रखो। उम्मीद है कि तुम ऐसे ही सेंचुरी, डबल और ट्रिपल सेंचुरी मारते रहोगे।