किसी ने सच कहा है इंसान अपना सब कुछ बदल सकता है, लेकिन स्वभाव नहीं। फिल्म ‘गमन’ से हिंदी फिल्मों में अपनी शुरुआत करनेवाले नाना पाटेकर का अपने गुस्सैल स्वभाव के बारे में कहना है कि ७४ सालों तक उनका जो स्वभाव रहा है उसे बदलने की बात करना आसान है, लेकिन उसे बदलना नहीं। हाल ही में फिल्म ‘परिंदा’ और ‘वेलकम’ में उनके साथ काम कर चुके अनिल कपूर ने उनके स्वभाव को लेकर उनसे बातचीत की। अनिल ने जब नाना से उनके गुस्से के बारे में पूछा तो नाना ने कहा, ‘बात गुस्से की नहीं है। अगर कोई आपके साथ बुरा बर्ताव करता है, तो जाहिर है उसे इसका सामना करना ही पड़ेगा।’ अनिल ने जब उनसे अपनी इमेज को थोड़ा बदलने के लिए कहा तो नाना ने कहा, ‘व्यक्तित्व में बदलाव लाने की बात करना आसान है, लेकिन बदलाव लाना आसान नहीं है।’