मुख्यपृष्ठनमस्ते सामनाअपना अंजाम तो मत कह

अपना अंजाम तो मत कह

इस तीरगी को आखिरी पयाम तो मत कह
इस इफ्तदा को अपना अंजाम तो मत कह

इंसानियत है अब भी बाकी जहान में
हैवानियत भरी है आवाम तो मत कह

तेरा ख़ुदा वही है जो मेरा ईश है
इतनी सी बात पर तू कत्लेआम तो मत कह

ये मृगमरिचिका है है भूलभुलैया
इसको ख़ुदा का पावन पैगाम तो मत कह

हम आए हैं वहीं से जाएंगे भी वहीं
इस आख़री सफर को नाकाम तो मत कह

@अनुराधा सिंह

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