दीपक तिवारी
विदिशा स्थित श्री दादाजी मनोकामना पूर्ण श्री हनुमान मंदिर रंगई रेलवे पुल विदिशा इंग्लैंड से आए भरत भाई की सरलता और सहजता के श्री रामायणी परिवार के सदस्य कायल हो गए। आश्रम पहुंचे भरत भाई ने विदेश में बसने के बाद भी भारतीय संस्कृति और धार्मिकता को नहीं छोड़ा, बल्कि ये सब उनकी रगों में बसा हुआ है।
भरत भाई पूज्य सद्गुरुदेव महाराज रंगई आश्रम के महंत सरकार महामंडलेश्वर श्री विश्वंभरदास जी रामायणी महाराज का आशीर्वाद लेने इंग्लैंड से विदिशा पहुंचे थे। भोपाल एयरपोर्ट पर लेने विदिशा से श्री रामायणी परिवार के सदस्य पहुंचे। रंगई आश्रम में श्री हनुमान जी महाराज, मां राजराजेश्वरी देवी और शंकर भगवान के दर्शन करने के बाद भरत भाई ने पूज्य सद्गुरुदेव महाराज का आशीर्वाद लिया। भरत भाई ने आश्रम में नवनिर्मित भवन को भी देखा। रात्रि में उन्होंने जमीन पर बैठकर दोना पत्तल में भोजन प्रसादी रामायणी परिवार के सदस्यों के साथ ग्रहण की और दोना पत्तल खुद उठाकर फेंके। उनकी इस सादगी और सरलता पर आश्रम के सदस्य सराहना करते नजर आए।