– मौसम परिवर्तन का अंदाजा नहीं लगा सका मुंबई मंडल
सामना संवाददाता / मुंबई
ठंड का असर अब रेल परिचालन पर भी पड़ने लगा है। बदलापुर स्टेशन पर मंगलवार सुबह पटरी प्रैâक्चर की घटना सामने आई, जिसने रेलवे की तैयारियों और सुरक्षा उपायों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सुबह ६:५२ बजे यह रेल प्रैâक्चर देखा गया, जिसके बाद करीब ७:१५ बजे ट्रैक को १० किमी प्रति घंटा की गति से ट्रेनों के लिए फिट घोषित किया गया। स्थिति में थोड़ा सुधार करते हुए ७:४६ बजे गति सीमा को ३० किमी प्रति घंटा कर दिया गया। रेलवे ने बताया कि ट्रैक को सामान्य करने के लिए ब्लॉक लेकर मरम्मत का काम किया जाएगा।
यह घटना मुंबई मंडल में इस सर्दी का पहला रेल प्रैâक्चर मानी जा रही है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, रात में तापमान में अचानक आई गिरावट के कारण यह प्रैâक्चर हुआ। मंगलवार को मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एमएमआर) का तापमान १७-१८ डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। हालांकि, रेलवे के अन्य मंडलों की तुलना में मुंबई मंडल की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है। पुणे मंडल में ठंड के दौरान ट्रैक पेट्रोलिंग का प्रबंध किया जाता है। पेट्रोलिंग के दौरान रेलवे कर्मचारी लोहे के ट्रैक को हथौड़े से गर्म करते हैं, ताकि ठंड में ट्रैक की मेटल संरचना पर असर न पड़े। इसके विपरीत मुंबई मंडल में न तो इस तरह की पेट्रोलिंग शुरू की गई है और न ही अचानक तापमान गिरावट के लिए कोई तैयारी की गई थी।
रेलवे से जुड़े सूत्रों का कहना है कि इस लापरवाही से न केवल यात्री सुरक्षा खतरे में पड़ती है, बल्कि ट्रेनों की समय-सारिणी पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। सुबह के समय इस घटना के कारण कई ट्रेनें देरी से चलीं, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा। यह घटना मुंबई मंडल की लचर योजना और सुरक्षा उपायों में खामियों को उजागर करती है। सर्दी के शुरुआती दौर में ही इस तरह की घटनाएं न केवल रेलवे के लिए चेतावनी हैं, बल्कि यात्रियों के लिए भी बड़ी चिंता का विषय हैं। रेलवे प्रशासन को तत्काल कदम उठाकर ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय करने होंगे।