– मोदी सरकार से दो-दो हाथ करने की तैयारी
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
पिछले कई अरसे से अक्सर ईवीएम को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। तमाम विपक्षी दल ईवीएम के जरिए चुनाव में धांधली का आरोप लगाते रहे हैं। कांग्रेस भी काफी समय से बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग करती आ रही है। वहीं अब ईवीएम के मुद्दे पर कांग्रेस को इंडिया गठबंधन के दलों का साथ मिल रहा है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बार फिर से बैलेट से चुनाव कराने की मांग की। उन्होंने खुलकर इसके लिए आंदोलन करने का एलान किया।
दरअसल, साल २०१८ में जब राहुल गांधी कांग्रेस के अध्यक्ष बने थे, उस दौरान पास हुए प्रस्तावों में एक प्रस्ताव ईवीएम की जगह बैलेट पेपर से चुनाव कराने को लेकर भी था। हालांकि, कभी मुखर कभी चुप्पी रखकर कांग्रेस कोई सीधी लाइन नहीं ले पाई और ये प्रस्ताव ठंडे बस्ते में चला गया। अब एक बार फिर से कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाया है। खड़गे के इस एलान के बाद पार्टी के अंदर जो लोग ईवीएम को दुरुस्त बताते थे वो लोग भी खामोश हो गए। कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम ने इस पर कहा कि उन्होंने सिर्फ अपनी राय दी थी, लेकिन अब अध्यक्ष ने जो कहा वही पार्टी लाइन है और उसे ही माना जाएगा। वहीं कांग्रेस के इस ऐलान के बाद इंडिया गठबंधन के दलों को इस मुद्दे पर साथ लाने की कवायद ते हो चली है। समाजवादी पार्टी, जेएमएम, एनसीपी (शरदचंद्र पवार), शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) समेत संसद में फ्लोर लीडर्स की मीटिंग से नदारद रहने वाली टीएमसी ने भी इस मुद्दे पर सहमति दे दी है।
कार्यसमिति में बैठक में तैयार होगी आंदोलन की रूपरेखा
इस मुद्दे पर मजबूत जोड़ बनाने के लिए खड़गे और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी सभी दलों के सुप्रीमो से बात करेंगे। उसके पहले कांग्रेस पार्टी २९ तारीख को कार्यसमिति में बैठक में अपने रोड मैप पर चर्चा करेगी। इस मुद्दे को लेकर पार्टी के सभी नेताओं को एक लाइन पर रहने की हिदायत दी ही जा चुकी है। इस बैठक के बाद कांग्रेस अपने रोड मैप को इंडिया गठबंधन के नेताओं से साझा करेगी और उनके सुझाव लेगी। इसके बाद इस मुद्दे को वैâसे आगे ले जाना है, इस पर अंतिम रूप दिया जाएगा।