बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार थमने का नाम नहीं ले रहा। शांतिपूर्ण प्रदर्शन के दौरान हिंदू समुदाय के प्रदर्शनकारियों पर कट्टरपंथी तत्वों ने हमला कर दिया। ये घटना चिन्मय दास की गिरफ्तारी के बाद हुई, जिन्होंने हिंदू अधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता की आवाज उठाई थी। कट्टरपंथी भीड़ ने प्रदर्शन कर रहे हिंदुओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और उनके खिलाफ हिंसक बर्ताव किया। यह भी कहा जा रहा है कि हिंदुओं को घरों में ढ़ूंढ़कर निशाना साधा जा रहा है और उन्हें मारा जा रहा है। बांग्लादेश में इस्कॉन के ६५ मंदिर हैं और ५० हजार से अधिक फॉलोवर्स हैं। ढाका में जहां १३ इस्कॉन मंदिर हैं तो चटगांव में १४, सिलहाट में ९, खुलना में ८ और रंगपुर में ७ इस्कॉन मंदिर हैं। एक ओर जमात कार्यकर्ता इस्कॉन मंदिर को बंद करने चेतावनी दे रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर गुरुवार को इस्कॉन पर बैन की मांग वाली याचिका पर हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है।
बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति खतरनाक
`पूर्व शेख हसीना सरकार के विदेश मंत्री हसन महमूद ने यूनुस सरकार के पैâसलों पर सवाल उठाते हुए कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति खतरनाक है।’
इस्कॉन को जमात-ए-इस्लामी की धमकी
२४ घंटे में मंदिर बंद करने का अल्टीमेटम
बांग्लादेश में इस्कॉन लीडर चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी को लेकर बवाल बढ़ता ही जा रहा है। जहां बुधवार को हाई कोर्ट में दायर एक याचिका में इस्कॉन पर बैन लगाने की मांग की गई है तो वहीं जमात के कार्यकर्ता अब इस्कॉन को लेकर धमकियां दे रहे हैं। बांग्लादेश के सोनाली मार्वेâट में स्थित इस्कॉन मंदिर को २४ घंटे में बंद करने का अल्टीमेटम दिया गया है।