मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ
संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा के बाद यूपी प्रशासन ने शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज को लेकर सतर्कता के कड़े इंतजाम किए हैं। पुलिस मुख्यालय से जुड़े सूत्रों की माने तो प्रशासन का उद्देश्य किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकना है। इसलिए पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने राज्य के संवेदनशील स्थानों के साथ-साथ भारत-नेपाल से सटे जिलों पर विशेष निगरानी करवा रहे हैं। बसपा और सपा सरकार में विधानसभा के कार्यवाही के दौरान पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई प्रभावित जिलों में चौकसी एडीजे स्तर के तेज-तर्रार अधिकारी देख रहे हैं। यदि कहीं आवश्यकता पड़ी तो चंद घंटों में उन जिलों में केंद्रीय फोर्स के जवान उपलब्ध होंगे।
बता दें कि बसपा सरकार में मुख्यमंत्री रहते हुए मायावती ने राज्य के 22 जिलों में आईएसआई के सक्रिय होने की बात स्वीकारी थी। बाद में समाजवादी पार्टी की सरकार में मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश यादव ने 27 जिलों में आईएसआई की सक्रियता की बात सदन में एक प्रश्न का उत्तर देते समय बताया था। भाजपा के योगी आदित्यनाथ की सरकार में यह संख्या कहां तक गयी इसका ताजा आंकड़ा राज्य सरकार ने नहीं जारी किया है।
उधर संभल में जिला मजिस्ट्रेट डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने एक आदेश जारी किया, जिसमें जुमे को देखते हुये जिले के प्रमुख स्थानों पर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है।डॉ. पैंसिया ने आदेश में बताया कि नगर क्षेत्र में 18 प्रमुख स्थानों पर मजिस्ट्रेटों को तैनात किया जाएगा। दो दिन के लिये संभल में इंटरनेट सेवा रोक दी गयी है। प्रमुख स्थानों पर प्रशासनिक अधिकारी सीडीओ गोरखनाथ भट्ट और बीडीओ पवांसा अजीत सिंह को चौधरी सराय में तैनात किया जाएगा। इसके अलावा, जामा मस्जिद के आसपास के मोहल्लों में विशेष ध्यान दिया जाएगा। वहां एडीएम न्यायिक सुशील कुमार चौबे, नायब तहसीलदार अनुज कुमार और अन्य प्रशासनिक अधिकारी सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे। जामा मस्जिद के आसपास की 200 मीटर के क्षेत्र में एसडीएम वंदना मिश्रा, डीएसओ शिवि गर्ग, जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी माधवी पांडे, नायब तहसीलदार सतेंद्र चाहर और ईओ संभल मनीभूषण तिवारी सुरक्षा का जिम्मा संभालेंगे। प्रशासन ने इन क्षेत्रों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती भी की है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।