– डिजिटल सुरक्षा न होने से निवेशकों में बढ़ी चिंता
सामना संवाददाता / मुंबई
देश में साइबर अपराधियों की गतिविधियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल २०२४ के शुरुआती ९ महीने में साइबर धोखाधड़ी के चलते भारतीय नागरिकों को स्कैमर्स ने करीब ११,३३३ करोड़ रुपए का चूना लगाया। रिपोर्ट में कहा गया है कि देश में लगभग १२ लाख साइबर धोखाधड़ी की शिकायतें दर्ज की गई हैं।
‘सिटीजन फाइनेंशियल साइबर फ्राॅड रिपोर्टिंग एंड मैनेजमेंट सिस्टम (सीएफसीएफआरएमएस) के आंकड़ों के अनुसार,१२ लाख से ज्यादा साइबर क्राइम के मामले दर्ज किए गए हैं। इसमें शेयर बाजार में निवेश के नाम पर लोगों से सबसे ज्यादा धोखाधड़ी की गई है। इन १२ लाख शिकायतों में २.२८ लाख शिकायतें शेयर बाजार में निवेश से जुड़ी हुई थीं। इससे लोगों को ४,६३६ करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। इस साल की शुरुआत यानी जनवरी से लेकर सितंबर तक डिजिटल अरेस्ट की ६३,४८१ शिकायतें मिली हैं, जिनसे १,६१६ करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि साइबर फ्राॅड निवेश और नौकरी, तुरंत लोन, डिजिटल अरेस्ट, डेटिंग, फर्जी गेमिंग ऐप और सेक्सटॉर्शन जैसे तरीकों से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं।
सीएफसीएफआरएमएस के पास २०२३ में साइबर अपराधों से संबंधित ११,३१,२२१, २०२२ में ५,१४,७४१ और २०२१ में १,३५,२४२ शिकायतें आई थीं। वहीं, इस साल की पहली तिमाही में केवल डिजिटल अरेस्ट के चलते लोग १२०.३ करोड़ रुपए गंवा चुके हैं।