मुख्यपृष्ठस्तंभस्वीसी संडे : आपका पहला किस...!

स्वीसी संडे : आपका पहला किस…!

राज ईश्वरी

हम आपसे एक सवाल पूछते हैं…अटपटा जरूर लगेगा आपको…, लेकिन अन्यथा मत लीजिएगा। क्या आपको याद पड़ता है आपका पहला किस? बेशक रोमांटिक! हम में से अधिकांश लोग अपने फर्स्ट किस को साफतौर पर रिकलेक्ट कर सकते हैं, लेकिन चुंबन रोमांटिक रिश्तों का हिस्सा कब बन गया?
पिछले दिनों एक रिसर्च टीम को रोमांटिक चुंबन का सबसे पहला रिकॉर्ड मिला है ४,५०० साल पहले का! इसे पिछले स्टडीज से १,००० साल पहले का बताया जा रहा है यानी कि किस की उत्पत्ति और पुरानी हो गई है! हालांकि, पहले इसे एशिया की देन कहा जाता था, बेशक इसमें भारतीय महाद्वीप का बहुत बड़ा योगदान था संस्कृत के ग्रंथों में इनका ‘किस’ यानी चुंबन का वर्णन है।
अब इसकी उत्पत्ति को इराक और सीरिया से जोड़ दिया गया है, जहां कट्टरवाद अपने चरम पर है इसको नाम दिया गया है ‘मेसोपोटामिया किस’
कोपेनहेगन विश्वविद्यालय और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की टीम ने प्राचीन मेसोपोटामिया (आधुनिक इराक और सीरिया) की कई मिट्टी की टैबलेट का अध्ययन किया। उन्हें कुछ मेसोपोटामिया समाजों के साहित्य में ‘किस’ के साक्ष्य मिले।
पहले, इतिहासकारों का मानना ​​था कि इंसानों में चुंबन सबसे पहले ३,५०० साल पहले दक्षिण एशिया में शुरू हुआ, फिर अन्य क्षेत्रों में पैâल गया। यह भारतीय उपमहाद्वीप के संस्कृत ग्रंथों में चुंबन के संदर्भ पर आधारित था।
क्यूनिफॉर्म लेखन प्रणाली में लिखी गई मेसोपोटामिया की मिट्टी की पट्टियों के चलते चुंबन की क्रिया को दो श्रेणियों में विभाजित किया है। पहला ‘मैत्रीपूर्ण और पारिवारिक स्नेह’ और दूसरा था ‘कामुक क्रिया’।
उन्होंने जो पट्टियां देखीं वे २,५०० ईसा पूर्व की थीं ट्रॉल्स पंक आर्बोल, रिसर्च टीम के लेखक के मुताबिक मेसोपोटामिया में प्राचीन काल में ‘किस’ को रोमांटिक अंतरंगता का एक हिस्सा माना जाता था, लेकिन चुंबन दोस्ती और परिवार के सदस्यों के संबंधों का हिस्सा हो सकता है।
मजेदार बात यह है कि सिर्फ इंसान नहीं जानवर भी ‘किस’ करते हैं। हालांकि, यह चुंबन का सबसे पुराना रिकॉर्ड है, कोई नहीं जानता कि यह व्यवहार कब शुरू हुआ। बोनोबोस और चिंपैंजी (हमारे निकटतम जीवित रिश्तेदार! डार्विन के सिद्धांत अनुसार) के व्यावहारिक अध्ययन से पता चलता है कि दोनों चुंबन करते हैं। इससे पता चलता है कि यह एक मौलिक व्यवहार है और यह समझा सकता है कि चुंबन को इतनी सारी विभिन्न संस्कृतियों द्वारा क्यों साझा किया जाता है। आर्बोल का मानना ​​है कि उनके दांतों की मैल के विश्लेषण के आधार पर इस बात के भी सबूत हो सकते हैं कि ‘निएंडरथल’ (हमारे लाखों साल पुराने पूर्वज) ने चुंबन किया था, लेकिन अन्य वैज्ञानिकों ने ऐसे दावों का खंडन किया है। विलियम जानकोविआक ने २०१५ में शिकारियों पर एक अध्ययन पूरा किया और इन समाजों में चुंबन का कोई सबूत नहीं मिला। जानकोविआक का मानना ​​था कि किस की शुरुआत समय के साथ आनंद प्राप्त करने के लिए सामाजिक अभिजात वर्ग के बीच हुई।
खैर, सच तो यह है कि चुंबन की उत्पत्ति कब, कहां और वैâसे हुई कोई नहीं जानता! समय-समय पर होनेवाले रिसर्च के मुताबिक, भले ही इसकी उत्पत्ति को लेकर, इसके वक्त और इलाकों को लेकर बदलाव रिकॉर्ड किए जाते हैं, लेकिन चुंबन के इमोशन में शायद ही कोई बदलाव नजर आता है! जैसे-जैसे इंसान की उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे इमोशन भी बदलते चले जाते हैं! चुंबन के सांस्कृतिक अर्थ व्यापक रूप से भिन्न होते हैं। चुंबन कई इमोशंस को दर्शा सकता है, जैसे कि प्यार, दुलार, स्नेह, आदर, अभिवादन, मित्रता, अमन, खुशकिस्मती, जुनून, प्रणय, यौन आकर्षण, कामुक गतिविधि, कामोत्तेजना आदि आदि… अब इतने सारे इमोशंस से आप तो गुजरे ही होंगे और बेशक आपको अपने पहले चुंबन यानी किस की याद आ ही गई होगी! और यह आपका निजी मामला है।

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