मुख्यपृष्ठनए समाचारकिसान संगठनों ने फिर की दिल्ली पर चढ़ाई, बॉर्डर पर रोके गए

किसान संगठनों ने फिर की दिल्ली पर चढ़ाई, बॉर्डर पर रोके गए

– किसान चाहते हैं मुआवजे का वकाया और रोजगार की व्यवस्था
– कांग्रेस का समर्थन, ‘आप’ ने कहा केंद्र न ढहाए किसानों पर जुल्म

रमेश ठाकुर/नई दिल्ली
अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान संगठनों ने एक बार फिर दिल्ली पर चढ़ाई करने का प्रयास किया। लेकिन उन्हें बलपूर्वक बॉर्डर पर ही रोक दिया गया। दिल्ली पहुंचने के लिए गौतमबुद्ध नगर से करीब 50,000 से अधिक किसान नोएडा महामाया फ्लाईओवर के पास एकत्रित हुए, फिर दिल्ली के लिए कूच करने का प्लान किया, जिसे पुलिस ने विफल कर दिया। पुलिस-प्रशासन को जैसे ही उनके मोर्चे की भनक लगी, पूरा अमला उन्हें रोकने के लिए बॉर्डर पर खड़ा हो गया।
बता दें, किसान अपनी विभिन्न मांगो को लेकर नोएडा ,ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण पर पिछले कुछ दिनों से धरना दे रहे थे। उनकी प्रमुख मांगे हैं कि उन्हें ज़मीन के बदले 10 पर्सेंट प्लॉट और 64 पर्सेंट बढ़ा हुआ मुआवज़ा दिया जाए। साथ ही भूमिहीन किसान परिवार के बच्चों के लिए केंद्र सरकार रोजगार की व्यवस्था करे। इसके अलावा एमएसपी जैसी पूर्व की मांगों पर भी किसान उग्र हैं। मोर्चे में दस किसान संगठन शामिल हुए, लेकिन समर्थन सौ से ज्यादा संगठनों का रहा। किसान मोर्चे को देखते हुए नोएडा ट्रैफ़िक पुलिस और दिल्ली पुलिस की ओर से एडवाइजरी की गई। कालिंदी कुंज बॉर्डर, यमुना एक्सप्रेस-वे और डीएनडी बॉर्डर पर जाम का व्यापक असर देखने को मिला।

– कांग्रेस ने किया समर्थन
कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा दिल्ली बॉर्डर पर बैरिकेडिंग, वाटर कैनन, दंगा नियंत्रण गाड़ियां और अमित शाह की पूरी पुलिस तैनात की गई। ऐसा प्रतीत होता है जैसे की उनको किसी आंतकवादी को पकड़ना हो? उन्होंने कहा किसान भूमि अधिग्रहण का उचित मुआवज़ा और फसल के सही दाम की मांग लेकर दिल्ली आकर सोती सरकार को जगाना चाहते हैं। राष्ट्र की राजधानी किसी की बपौती तो है नहीं, फिर किसान क्यों नहीं आ सकते? श्रीनेत ने कहा प्रधानमंत्री किसानों पर बर्बरता के नए आयाम रच रहे हैं, उनके दिल में अन्नदाताओं के लिए रत्ती भर भी सम्मान नहीं है। वहीं, आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजीव कौशिक ने कहा, किसान अपनी जायज मांगों को लेकर दिल्ली आना चाहते हैं, उन्हें आने देना चाहिए, उनपर वाटर कैनन का प्रयोग करना गलत है।

अन्य समाचार