एम एम सिंह
दुनिया के सबसे पुराने पेशे में से एक है जिस्मफरोशी! इस पेशे का हिस्सा बनना हमेशा से ही महिलाओं की इच्छा के खिलाफ रहा है। भले ही समाज इन्हें हमेशा से गिरी नजरों से देखता आ रहा है, लेकिन यह भी सच है कि समाज उनके बगैर कभी रह भी नहीं पाया है! इस हकीकत को शिद्दत से स्वीकार करते हुए बेल्जियम ने रविवार को इतिहास रच दिया। वो दुनिया का ऐसा पहला देश बन गया है, जिसने सेक्स वर्कर को औपचारिक रोजगार अनुबंध पर हस्ताक्षर करने की अनुमति दी है- जिससे उन्हें बीमारी की छुट्टी, मातृत्व वेतन और पेंशन की सुविधा मिल गई है।
नया कानून सेक्स वर्कर के मौलिक अधिकारों की भी गारंटी देता है, जिसमें ग्राहकों को मना करने, कार्य की शर्तें तय करने और किसी भी समय कार्य रोकने की क्षमता शामिल है। हालांकि, सांसदों ने यह कानून मई में ही पारित कर दिया था, लेकिन आधिकारिक तौर पर यह रविवार को लागू हुआ। बेल्जियम के सेक्स वर्कर्स यूनियन, यूटीएसओपीआई का हिस्सा मेल मेलिसियस ने अपने इंस्टाग्राम पर कहा, ‘मैं इस समय बेल्जियम की एक बहुत ही गर्वित सेक्स वर्कर हूं। जो लोग पहले से ही इस इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं, उन्हें बहुत अधिक सुरक्षा मिलेगी और जो लोग इस इंडस्ट्री में काम करने जा रहे हैं, उन्हें भी पता होगा कि उनके अधिकार क्या हैं।’
हालांकि, बेल्जियम में सेक्सुअल सर्विस देना या उनके लिए भुगतान करना पहले से ही अवैध नहीं था। लेकिन कानून वेश्यालयों और सेक्स वर्क को सपोर्ट देनेवाले तीसरी पार्टी जैसे मकान मालिक, बैंकर, ड्राइवर को टार्गेट करता था और अक्सर उन पर ‘दलाल’ होने का आरोप लगाया जाता था। २०२२ में बेल्जियम के सांसदों ने सेक्स वर्क को अपराध से मुक्त करने और दलाली की परिभाषा को संकीर्ण करने के लिए मतदान किया, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सेक्स वर्करों को बैंकर, बीमाकर्ता, ड्राइवर या एकाउंटेंट खोजने में परेशानी न हो।
अब नया कानून इससे भी आगे जाता है और सेक्स वर्कर्स को अन्य व्यवसायों के समान ही श्रम अधिकार और सुरक्षा प्रदान करता है। इसमें पेंशन, बेरोजगारी, स्वास्थ्य बीमा, पारिवारिक लाभ, वार्षिक अवकाश और मातृत्व अवकाश तक पहुंच शामिल है। सेक्स वर्करों के बुरे हालात के लिए दुनियाभर में अलग-अलग आंदोलन चलाए जा रहे हैं। सरकारों से कानून बनाने की मांगें की जाती रही हैं, लेकिन कोई भी सरकार बेल्जियम सरकार की तरह ईमानदारी और इतनी शिद्दत से गंभीर नहीं दिखी। सेक्स वर्करों की जिंदगी में उजाले का आगाज करनेवाले इस कानून के लिए बेल्जियम सरकार का इस्तकबाल करना बनता है।