सामना संवाददाता / वसई
नालासोपारा पूर्व में वसंत नगरी पूर्व में मौजे आचोले सर्वे नंबर २२ से ३० तक इस जमीन को डंपिंग ग्राउंड के लिए आरक्षित किया गया था। इस क्षेत्र में जनसंख्या वृद्धि के बाद डंपिंग ग्राउंड का आरक्षण हटाकर इसे एसटीपी प्लांट के लिए आरक्षित कर दिया गया। इसके बाद इस जमीन पर कब्जा करके अवैध रूप से कई बिल्डिंगों का निर्माण कर दिया गया। वसई-विरार मनपा े इन ४१ अनधिकृत इमारतों के खिलाफ तोड़ने की कार्रवाई कर रही है, जिसके कारण १,२०० से ज्यादा परिवार बेघर हो गये हैं।
शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) युवासेना के कार्यकर्ताओं ने आरक्षित भूखंड पर अवैध रूप से निर्माण करने में सहयोग करने वाले संबंधित अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और मामला दर्ज करने की मांग की है। वहीं मनपा अधिकारियों की निष्क्रियता के कारण अभी भी सरकारी भूखंड पर अनधिकृत निर्माण किए जा रहे हैं। मनपा द्वारा इस मुद्दे पर कोई ठोस कदम नहीं उठाने से नागरिकों को भविष्य में फिर ऐसी समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। कोर्ट द्वारा अनधिकृत निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश देने के बाद मनपा ने ७ बिल्डिंगों पर तोड़क कार्रवाई किया, जिससे बड़ी संख्या में नागरिक बेघर हो गए हैं। मनपा के भ्रष्ट अधिकारियों के कारण ही आरक्षित भूमि पर इतने बड़े पैमाने पर अवैध निर्माण हुए है।