एमएम सिंह
पाकिस्तान का नाम लेते ही जेहन में एक ऐसे देश की तस्वीर नुमाया होती है, जहां पर सख्त सैनिक शासन और कट्टरवाद की तूती बोलती है! जहां पर सांस भी हुक्मरानों की इजाजत पर ली जाती है! लेकिन ठहरिए, अपने दिमाग में बन रही तस्वीर पर ब्रेक लगाइए क्योंकि वहां पर एक ऐसा गांव भी है जो देश के संविधान को तवज्जो नहीं देता!
एक ऐसा गांव जहां देश का संविधान लागू नहीं होता। ऐसा गांव जिसका अपना संविधान और अपने नियम-कानून हैं। हालांकि, यहां के नियम और कानून बहुत सख्त हैं और यहां रहनेवाले लोगों को इन्हें मानना पड़ता है, लेकिन गांव वाले उन नियम और कानून से खुश हैं।
हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान के अंसार मीणा गांव की। अंसार मीणा एक छोटा सा गांव है, जो पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में है। अंसार मीणा के लोग अपने जीवन के हर पहलू को एक खास तरह के ‘संविधान’ के तहत चलाते आ रहे हैं, जो गांव के लोकल लीडरान द्वारा बनाए और लागू किए जाते हैं। यह एक प्रकार का ‘स्वशासन’ है, जहां पर राज्य या सरकार की किसी तरह से दखलंदाजी नहीं होती! गांव की आर्थिक गतिविधियां, सामाजिक संरचनाएं, और सांस्कृतिक परंपराएं उनके संविधान के मुताबिक ही चलते हैं।
अंसार मीणा में २० सूत्रीय संविधान ग्रामीणों से बातचीत और सभी की राय-मशविरा के बाद लागू किया गया है, जिसमें दहेज प्रथा, हवाई फायरिंग, छात्रों के स्मार्ट फोन पर रोक लगाई गई है। इसके बाद निकाह में खर्चों को कम करने के लिए नियम भी बनाए गए हैं। किसी के इंतकाल के बाद रिचुअल्स काफी खर्चीला नहीं रखा गया है। गांव वाले किसी भी शादी में व्यवहार के तौर पर १०० रुपए से ज्यादा नहीं दे सकते। इसके अलावा यहां शादियों में गांव में चावल बांटने की प्रथा को भी रोक दिया गया है। इस गांव में शादी के खर्च को भी कम कर दिया गया है। मेहमानों का स्वागत चाय और बिस्किट से ही किया जाता है। यहां नए ‘संविधान’ के तहत १४ साल से कम उम्र के बच्चों को मोटरसाइकिल चलाने की अनुमति नहीं है और न ही स्टूडेंटस मोबाइल का इस्तेमाल कर सकते हैं। गांव में अजनबियों के आने पर रोक है और सबसे अहम यह कि गांववासी नशा बिल्कुल नहीं करते, नशे के कारोबार पर सख्त रोक है। गांव वाले अपने संविधान से बेहद खुश हैं। आखिर क्यों न हों? आज के दौर में जहां पर सामाजिक बदलाव के लिए बड़े-बड़े आयोजन किए जाते हैं, अभियान चलाए जाते हैं, करोड़ों लुटाए जाते हैं, शोशेबाजी की जाती है… एक गांव में बिना शोशेबाजी की बदलाव की लहर लोगों की जिंदगी खुशहाल बना रही है!