सामना संवाददाता / मुंबई
विधानसभा चुनावों से पहले राज्य सरकार ने मुंबई के प्रवेश द्वार पर स्थित पांच टोल नाकों पर हल्के वाहनों के लिए टोलमाफी की घोषणा की थी। इसी बीच, बड़े प्रचार के साथ शुरू किए गए शिवड़ी-न्हावा शेवा अटल सेतु पर वाहनों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई है। अक्टूबर महीने में अटल सेतु से कुल ७,०७,१०४ वाहनों ने यात्रा की थी, जबकि यह संख्या नवंबर में घटकर ६,६९,०९२ रह गई। यह गिरावट टोलमाफी का असर हो सकती है, ऐसी चर्चाएं तेज हो गई हैं। खास बात यह है कि इस अवधि में अटल सेतु पर हल्के वाहनों की संख्या में सबसे अधिक कमी दर्ज की गई है।
मुंबई-नई मुंबई के बीच यातायात के लिए महत्वपूर्ण
मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी ने मुंबई-नई मुंबई के बीच २१.८ किलोमीटर लंबे समुद्री पुल, शिवड़ी-न्हावा शेवा अटल सेतु का निर्माण किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे जनवरी में यातायात के लिए शुरू किया था। यह पुल मुंबई-नई मुंबई की दूरी को महज १२-१५ मिनट में तय करने में मदद करता है। नई मुंबई के दक्षिणी उपनगरों जैसे उलवे, उरण, द्रोणागिरी, जासई, पनवेल और गव्हाण के निवासियों के लिए मुंबई की यात्रा आसान हो गई है।
हालांकि, जब एमएमआरडीए ने इस पुल पर एकतरफा यात्रा के लिए २५० रुपए टोल तय किया, तो रोजाना यात्रा करने वाले लोगों को निराशा हुई। पुल का लाभ उठाने वाले यात्रियों की अपेक्षित संख्या पूरी नहीं हो पाई।
वाहनों की घटी संख्या
मुंबई के पांच टोल नाकों पर हल्के वाहनों, एसटी बसों और स्कूल बसों के लिए अक्टूबर से टोलमाफी लागू की गई। इसके बाद अटल सेतु पर वाहनों की संख्या में और गिरावट देखी गई है। सितंबर में यहां से ७,१४,२१३ वाहन गुजरे थे, जो अक्टूबर में घटकर ७,०७,१०४ हो गए। नवंबर में यह संख्या और कम होकर ६,६९,०९२ रह गई।
विशेषज्ञों का मानना है कि वाशी के पुराने खाड़ी पुल के टोल मुक्त होने के कारण लोग अटल सेतु की तुलना में वाशी पुल को प्राथमिकता दे रहे हैं। अटल सेतु पर टोल शुल्क २५० रुपए (एकतरफा) और ३७५ रुपए (दोतरफा) है। वहीं, वाशी खाड़ी पुल के टोल मुक्त होने से यहां ट्रैफिक जाम भी कम हुआ है।
स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रिया
उलवे, उरण, द्रोणागिरी, बेलापुर जैसे इलाकों के कई स्थानीय निवासी अटल सेतु पर टोल को महंगा मानते हैं। उनका कहना है कि सरकार को ऐसे बड़े प्रोजेक्ट की योजना बनाते समय स्थानीय लोगों की जरूरतों को ध्यान में रखना चाहिए। साथ ही, अधिक बस सेवाएं शुरू करने से पुल का उपयोग बढ़ सकता है।
मुंबई-नई मुंबई की यात्रा के लिए वाशी पुल अब मुफ्त हो गया है। अटल सेतु पर टोल देने के बजाय वाशी पुल का इस्तेमाल बेहतर विकल्प है।’
-मोक्ष टांक, यात्री