मुख्यपृष्ठसमाज-संस्कृतिविवाह पंचमी पर विदिशा में सीताराम विवाह की धूम

विवाह पंचमी पर विदिशा में सीताराम विवाह की धूम

तिमि जनक रामहि सिय समरपी बिस्व कल कीरति नई….

 

दीपक तिवारी

विदिशा। हिमवंत जिमि गिरिजा महेसहि हरिहि श्री सागर दई।
तिमि जनक रामहि सिय समरपी बिस्व कल कीरति नई॥
क्यों करै बिनय बिदेहु कियो बिदेहु मूरति सांवरीं।
करि होमु बिधिवत गांठि जोरी होन लागीं भांवरीं॥
अर्थात-जैसे हिमवान ने शिवजी को पार्वतीजी और सागर ने भगवान विष्णु को लक्ष्मीजी दी थीं, वैसे ही जनकजी ने श्री रामचन्द्रजी को सीताजी समर्पित कीं, जिससे विश्व में सुंदर नवीन कीर्ति छा गई। विदेह (जनकजी) कैसे विनती करें, उस सांवली मूर्ति ने तो उन्हें सचमुच विदेह (देह की सुध-बुध से रहित) ही कर दिया। विधिपूर्वक हवन करके गठजोड़ी की गई और भांवरें होने लगीं।

विवाह पंचमी के अवसर पर बिल्कुल इसी तरह नजारा दिखाई दिया श्री दादाजी मनोकामना पूर्ण सिद्ध श्री हनुमान मंदिर रंगई रेलवे पुल विदिशा प्रांगण में। जहां धूमधाम के साथ श्री राम विवाह का आयोजन हुआ। श्री राम बारात शाम को बैंड बाजों के साथ गणेश मंदिर से निकली।

बग्घी पर सवार होकर निकले दूल्हा श्री राम

आकर्षक बग्घी पर श्री राम भगवान, लक्ष्मण जी और हनुमान जी, पुजारी नारायण दास महाराज के साथ आकर्षक वेशभूषा में विराजमान हुए। वहीं सजे हुए घोड़ों पर ध्वज पताका के साथ रंगई आश्रम के ओमहरि दास महाराज और दिनेश शास्त्री बैठे हुए आगे चल रहे थे। बाराती साफा पहनकर रंग बिरंगे कपड़ों में राम बारात की शोभा बढ़ा रहे थे। मंदिर की महिला मंडल और ब्राह्मण महिला मैत्री मंडल की सदस्य और शहर की महिलाओं में श्री सीताराम विवाह का उत्साह देखते ही बन रहा था। सब लोग डीजे और बैंड बाजा की धुन पर नाचते-गाते और जय श्री राम के नारे लगाते चल रहे थे।

वर माला के बाद सीताराम जी की पांव पखराई हुई

राम बारात के रंगई मंदिर पहुंचने पर द्वाराचार के बाद विधि-विधान से श्री सीताराम विवाह समारोह हुआ। वर माला के बाद पांव पखराई का कार्यक्रम हुआ, जिसमें सभी लोगों ने सीताराम भगवान के पांव पखराई कर उनका आशीर्वाद लिया। विवाह समारोह के बाद भंडारे में सभी ने प्रसादी ग्रहण की।

सीताराम जी की छवि को देख मंत्रमुग्ध हुए लोग

भगवान श्री राम के रुप में रिया दीक्षित, सीता जी के रूप में भव्या चौहान, लक्ष्मण के रूप में अवनीश दीक्षित और हनुमान जी के रूप में भक्ति भदौरिया के दर्शन कर लोग मंत्रमुग्ध हो गए।
सीताराम विवाह उत्सव में पंडित रामनारायण शास्त्री, पंडित राजीव दीक्षित, पत्रकार पंडित दीपक तिवारी, पंडित मनीष आचार्य, पंडित हरिकेश दुबे, पंडित शशांक गौतम, पंडित अखिलेश शर्मा, रघुवीर रघुवंशी, आशीष चौहान, अनूप चौहान के अलावा मंदिर के महिला मंडल और ब्राह्मण महिला मैत्री मंडल की ओर से अंबिका शर्मा, अर्चना दीक्षित, रिंकी दुबे, कंचन शर्मा, मंजू पांडे, अनामिका शर्मा, श्वेता देवलिया, रितु देवलिया, आभा शर्मा, भावना भदौरिया, अनीता रघुवंशी, नीति चौहान समेत कई महिलाएं और भक्त शामिल हुए और श्री सीताराम विवाह का जमकर आनंद लिया।

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