-मुंबई के उपभोक्ता हो रहे हैं परेशान
सामना संवाददाता / मुंबई
क्रिसमस और न्यू ईयर की छुट्टियों के दौरान हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों को तगड़ा झटका लगा है। मुंबईकरों की जेब के पैसे छुट्टियों में हवा में उड़ जाएंगे। दरअसल, मुंबई से विभिन्न घरेलू गंतव्यों के लिए हवाई किराए में भारी वृद्धि दर्ज की गई है। अमदाबाद के लिए किराए में १,२५८ प्रतिशत तक का उछाल देखा गया है, जबकि गोवा, बंगलुरु, कोलकाता और अन्य स्थानों के किराए में भी अप्रत्याशित बढ़ोतरी हुई है।
मुंबई ग्राहक पंचायत ने इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय में शिकायत दर्ज कराई है। पंचायत ने इंडिगो, एयर इंडिया, अकासा एयर और स्पाइसजेट पर आरोप लगाया है कि उन्होंने सितंबर और अक्टूबर में ६,००० रुपए से १३,००० रुपए तक का किराया दिसंबर के पहले सप्ताह में १२,१०० रुपए से २७,८०० रुपए तक कर दिया है।
किराए में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी
अकासा एयर की मुंबई से अमदाबाद उड़ान में १,२५८ प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की गई। एयर इंडिया की गोवा (डाबोलिम) उड़ान का किराया ७६६ प्रतिशत बढ़ा है। इसके अलावा, बंगलुरु (६२५ प्रतिशत), कोलकाता (४९१ प्रतिशत), चेन्नई (३५५ प्रतिशत), जयपुर (३४५ प्रतिशत), भुवनेश्वर (१४५ प्रतिशत) और अमृतसर (१३३ प्रतिशत) के लिए भी किराए में भारी बढ़ोतरी हुई है। कुछ विशेष रूट्स पर जहां एयरलाइंस का एकाधिकार है, वहां भी बढ़ोतरी दर्ज की गई है। एयर इंडिया की भुज के लिए उड़ान में ३१० प्रतिशत और इंडिगो की आगरा उड़ान में ७२.८६ प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
सरकार से हस्तक्षेप की मांग
मुंबई ग्राहक पंचायत के अध्यक्ष शिरीष देशपांडे ने कहा, `हमने नागरिक उड्डयन और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालयों को इस मामले की शिकायत की है। यह आंकड़े चौंकाने वाले हैं और सरकार को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।’
ईंधन की बढ़ी कीमतें जिम्मेदार
सरकारी तेल कंपनियों ने हाल ही में एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमतों में १,३१८ रुपए प्रति किलोलीटर का इजाफा किया है। एक महीने पहले ही इसमें २,९४१ रुपए की बढ़ोतरी की गई थी। मुंबई में वर्तमान एटीएफ की कीमत ८५,८६१ रुपए प्रति किलोलीटर हो गई है।
एशिया-प्रशांत अध्ययन के आंकड़े
एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल (एसीआई) एशिया-प्रशांत और मिडल ईस्ट द्वारा नवंबर में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, भारत में घरेलू हवाई किराए २०१९ के मुकाबले २०२४ की पहली छमाही में ४३ प्रतिशत बढ़े हैं। यह वृद्धि वियतनाम (६३ प्रतिशत) के बाद सबसे अधिक है। छुट्टियों में सफर की तैयारी करने वाले यात्रियों के लिए यह बढ़ोतरी परेशानी का सबब बन गई है। यात्री सरकार से इस मामले में सख्त कदम उठाने की मांग कर रहे हैं।