सामना संवाददाता / मुंबई
परभणी में भारतरत्न डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान की प्रतिकृति का अपमान करना बेहद निंदनीय और क्रोध उत्पन्न करने वाली घटना है। दोषियों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। यह मांग शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व युवासेनाप्रमुख आदित्य ठाकरे ने की। परभणी में डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के संविधान की प्रतिकृति का अपमान करने की घटना को लेकर आदित्य ठाकरे ने कड़ी निंदा की।
उन्होंने संविधान को सर्वोपरि मानने वाले सभी नागरिकों से अपील है कि वे कानून-व्यवस्था बनाए रखते हुए शांतिपूर्ण आंदोलन करें। उन्होंने कहा कि यह घटना उन तत्वों की ओर इशारा करती है, जो समाज में विद्वेष फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। इस घटना ने संविधान और बाबासाहेब आंबेडकर के समर्थकों के बीच आक्रोश पैदा कर दिया है। उन्होंने इस मामले में ऐसे समाजकंटक दोषियों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
आदित्य ठाकरे ने इस घटना को संविधान और डॉ. आंबेडकर के विचारों का अपमान बताते हुए लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था बनाए रखते हुए शांतिपूर्ण तरीके से विरोध दर्ज करना उचित है। संविधान की गरिमा को बनाए रखना सभी का कर्तव्य है।