जॉर्ज सोरोस कौन हैं और उनका भारत के मामलों से क्या संबंध है? ऐसी तस्वीर बन गई है कि भारतीय जनता पार्टी जॉर्ज सोरोस के नाम से हंगामा कर संसद नहीं चलने देती और इस हंगामा के चलते प्रधानमंत्री मोदी की संसद में उपस्थिति की बात तो छोड़िए, बल्कि वे संसद के परिसर से ही पलायन कर गए हैं। भारतीय जनता पार्टी के ९० फीसद लोग जो संसद में हंगामा कर रहे हैं, उन्हें नहीं पता है कि जॉर्ज सोरोस कौन हैं और इस बात को लेकर उनकी जानकारी जीरो बट्टा सन्नाटा है कि उनकी वजह से क्यों भारत की अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय सुरक्षा बर्बाद हो रही है, लेकिन संसद में अपने मालिक को खुश करने के लिए वे स्यापा कर रहे हैं। जॉर्ज सोरोस ९५ साल के वृद्ध हैं। वे एक अरबपति हैं। क्या यह बूढ़ा आदमी भारत जैसे ‘पावरफुल’ (भाजपा वालों का कहना है) देश को अस्थिर कर सकता है? फिर आपके विश्वगुरु किस काम के! क्या जॉर्ज सोरोस इस बात के लिए जिम्मेदार हैं कि भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले ८४.१३ के निचले स्तर पर आ गया और देश की दुनियाभर में बदनामी हुई? ईडी, सीबीआई ने भ्रष्टाचार से जमा की गई हजारों करोड़ की संपत्ति को शुद्ध कर वापस लौटाया, क्या ये सोरोस के कारनामे हैं? देश में हर घंटे दो किसान आत्महत्या करते हैं। किसान संकट में है क्या इस जॉर्ज सोरोस की वजह से? भारत का राष्ट्रीय खेल हॉकी था, अब यह हिंदू-मुस्लिम हो गया है। क्या सोरोस ने वह बदलाव किया? पिछले दस सालों में गुजरात ने एक फेक राज्य व्यवस्था बना ली है। उसमें फेक कोर्ट, फेक जज, फेक पीएमओ अधिकारी, फेक पुलिस, फेक ईडी और फेक डॉक्टर जैसे एक फेक मॉडल बनाकर देश को लूटने का काम चला रखा है, क्या इसके लिए यह ९५ साल का जॉर्ज सोरोस जिम्मेदार है? भारत जैसे देश में
सिर्फ अडानी
जो मोदी के मित्र हैं, का विकास हो रहा है। मोदी ने देश की सारी सार्वजनिक संपत्ति इस अडानी के गले में डाल दी। महाराष्ट्र में फडणवीस की ईवीएम सरकार बनते ही, गौतम अडानी सागर बंगले पर पहुंचे और अगले २४ घंटे के भीतर एक सरकारी आदेश जारी किया गया। तदनुसार, महाराष्ट्र में कई महत्वपूर्ण जकात नाके अडानी को सौंप दिए गए। अडानी को और क्या मिलनेवाला है? अगर अडानी ही कूड़े की गाड़ियां चलाएगा तो राज्य की जनता को क्या करना चाहिए? अडानी बिजली वितरण का काम करता है और उसने बिजली दरें बढ़ाकर आम आदमी के बजट की ऐसी-तैसी कर दी है, क्या जॉर्ज सोरोस इस बात के लिए जिम्मेदार हैं? संसद में बहस मोदी मित्र अडानी पर होनी चाहिए, लेकिन भाजपाई जॉर्ज सोरोस को लेकर हंगामा कर रहे हैं। कहते हैं कि सोरोस भारत की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर रहा है। विश्व बैंक ने मोदी के पाखंड का पर्दाफाश कर दिया है। वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट से साफ हो गया है कि मोदी राज में देश १९९० से भी ज्यादा गरीब हो गया है। एक गरीब देश की प्रति व्यक्ति आय ५७६ रुपए होनी चाहिए, लेकिन भारत की प्रति व्यक्ति आय १८१ रुपए से भी कम है। मोदी को सिर्फ अडानी की चिंता है। उनके राज में सिर्फ अडानी की गरीबी दूर हुई। बाकी किसान अभी भी शंभू बॉर्डर पर अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। जॉर्ज सोरोस एक बहाना है। मोदी और उनके लोगों का मुख्य लक्ष्य मुद्दे से ध्यान भटकाना है। देश में बेरोजगारी जॉर्ज सोरोस से भी
बड़ा मुद्दा
है, लेकिन भाजपा प्रवक्ता अब नई जानकारी लेकर आए हैं। जवाहरलाल नेहरू के चचेरे भाई बी.के. नेहरू की हंगेरियन पत्नी फोरी नेहरू के जॉर्ज सोरोस से करीबी रिश्ते थे। यानी जॉर्ज सोरोस, राहुल गांधी की चचेरी चचेरी चचेरी दादी के संपर्क में थे। यह मामला कुछ इसी तरह का है जैसे आजकल मस्जिदों और अन्य पूजा स्थलों में खुदाई का काम चल रहा है। जॉर्ज सोरोस के भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख लोगों से करीबी संबंध हैं और जॉर्ज कोई अपराधी नहीं हैं। उन्होंने वैध तरीकों से पैसा कमाया और सामाजिक संगठनों के माध्यम से वे कई देशों में लोकतांत्रिक संस्थानों, शैक्षिक, सामाजिक संगठनों को दान देते हैं। अगर भविष्य में इसमें मोदी का नाम आए तो चौंकिएगा नहीं। जॉर्ज सोरोस का मुद्दा लाकर मोदी और उनके लोग किसे बचा रहे हैं? मोदी की पार्टी में देशभर से नकारे गए लोग जुटे हैं। भाजपा अपराधियों और भ्रष्टाचारियों की आखिरी अड्डा बन गई है। क्या उन लोगों को जॉर्ज सोरोस पर प्रपंच करना चाहिए? देश के किसान अपने बाजार भाव का उचित दाम चाहते हैं, पढ़े-लिखे लोग नौकरी चाहते हैं, महिलाएं सुरक्षा चाहती हैं। मोदी ८५ करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने का डंका पीटते हैं। यह भारतीय अर्थव्यवस्था की गिरावट है। वे और कब तक इस तरह भीख देते रहेंगे? मोदी ने देश को गुलाम और जनता को अफीमची अंधभक्त बना दिया है। आज भारत, भारत नहीं रहा। एक बाबा-महाराजा के पीछे ताली बजाने वाले अंध समाज की एक भव्य टोली बन गई है। क्या जॉर्ज सोरोस ने यह सब किया?