सामना संवाददाता / नई दिल्ली
मध्य प्रदेश के सीहोर में सुसाइड करनेवाले कारोबारी के बेटे ने राहुल गांधी से बात की। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कल मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में प्रवर्तन निदेशालय और भाजपा नेताओं पर उत्पीड़न का आरोप लगाकर आत्महत्या करनेवाले पति-पत्नी के बच्चों से बात की। प्रदेश कांग्रेस प्रमुख जीतू पटवारी कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा के बच्चों से मिलने के लिए आष्टा शहर पहुंचे। पति-पत्नी ने पांच पन्नों का सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली थी। सोशल मीडिया पर सामने आए नोट में परमार ने राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं से अपने बच्चों को अकेला नहीं छोड़ने की अपील की और ईडी व भाजपा नेताओं पर उत्पीड़न का आरोप लगाया।
इस दौरान कारोबारी के बड़े बेटे ने राहुल गांधी से कहा कि उसके पापा ने बीजेपी में शामिल होने से बेहतर मर जाना समझा। उसने राहुल गांधी से फोन पर बात करते हुए कहा कि उनके पिता ने उन्हें (बच्चों को) भाजपा में शामिल करने के लिए ईडी के दबाव के आगे झुकने के बजाय अपनी जान लेने का पैâसला किया। कांग्रेस नेताओं ने दावा किया है कि परमार के बच्चों ने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान उन्हें अपना गुल्लक दिया था।
पटवारी ने राहुल गांधी को पूरे मामले के बारे में बताया और यह भी कहा कि सुसाइड नोट में पति-पत्नी ने इच्छा जाहिर की थी कि राहुल गांधी और कांग्रेस नेता उनके बच्चों का ध्यान रखें, वहीं पटवारी ने राहुल गांधी से यह भी कहा कि अगर वह फंस गए और उन्हें आष्टा जाने का समय नहीं मिल पाए, तो वह बच्चों को दिल्ली ले आएंगे। उधर, पत्रकारों से बात करते हुए पटवारी ने दावा किया कि ईडी परमार पर यह सुनिश्चित करने के लिए दबाव डाल रही थी कि उनके बच्चे भाजपा में शामिल हों, क्योंकि उन्होंने राहुल गांधी की यात्रा में भाग लिया था। राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के मोबाइल से परमार के तीनों बच्चे जतिन (१८), बेटी जिया (१६) और यशराज (१३) से बात की। सोशल मीडिया पर सामने आए कथित सुसाइड नोट में परमार ने राहुल गांधी और अन्य कांग्रेस नेताओं से उनके बच्चों को अकेला न छोड़ने का आग्रह किया। ईडी और भाजपा नेताओं पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। राहुल गांधी ने शनिवार को फोन पर परमार दंपति के तीनों बच्चों दो बेटों और एक बेटी से बात की।
आज हरसपुर पहुंचकर स्व. मनोज परमार एवं उनकी धर्मपत्नी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। आज भी बच्चों से बातचीत कर ढांढस बंधाया कि जीवन के इस सबसे मुश्किल दौर में पूरा कांग्रेस परिवार आपके साथ है।